गरियाबंद। जिले में धान खरीदी केन्द्र की मांग को लेकर ग्रामीण उग्र हो गए। सोमवार को प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से पहले पुलिस की बहस हुई इसके बाद ग्रामीणों ईंट पत्थर उठाकर फेंकना शुरू कर दिया। मामला ऐसा बिगड़ा कि मौके पर अतिरिक्त फोर्स को बुलाना पड़ा। इसके बाद देर शाम ग्रामीणों ने थाने का भी घेराव कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि शांतिपूर्ण तरीके से वे धान खरीदी केन्द्र शुरू करने की मांग कर रहे थे लेकिन पुलिस कर्मियों ने पहले उनकी मां-बहनों पर हाथ उठाया था।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को कंडेकेला सहकारी समिति के अधीन आने वाले 7 गांव सैकड़ों लोग जमा हुए। ग्रामीणों की मांग थी कि उनके क्षेत्र में एक धान खरीदी केन्द्र खोला जाए ताकि उनकी परेशानी कम हो। उन्हें अपना धान बेचने लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसके बाद अपनी मांग को लेकिन ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चक्काजाम हटाने चर्चा शुरू की लेकिन यह चर्चा बहस में बदल गई और फिर बवाल शुरू हो गया। इसके बाद लोगों ने पुलिस पर पत्थर से हमला करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके से भागने लगी।
ग्रामीणों के चक्काजाम के कारण हाईवे में दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। दोपहर के वक्त पुलिस की टीम ग्रामीणों को समझाने गई थी। उस वक्त लोग जमीन पर बैठे थे। मगर पुलिस ने उन्हें उठाना शुरू कर दिया। इसके बाद से ही यह बवाल शुरू हुआ है। गुस्साई भीड़ ने इस दौराप पुलिस के वाहन को भी पलट दिया। इसके बाद भीड़ ने अमलीपदर थाने का घेराव भी कर दिया।