भिलाई। नगर निगम भिलाई की माली हालत इन दिनों इतनी खस्ता है कि वे अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहे हैं। अक्टूबर व नवंबर माह के वेतन के लिए कर्मचारियों को प्रदर्शन करना पड़ रहा है। दो दिन पहले शुक्रवार को निगम के कर्मियों ने महापौर नीरज पाल से मुलाकात की थी और अपनी समस्या रखी थी। महापौर ने आश्वासन भी दिया लेकिन उनका आश्वासन भी फिसड्डी साबित हुआ। अब कर्मचारियों के हौसलों ने भी जवाब दे दिया है और मंगलवार को होने वाली एमआईसी की बैठक को घेरने की प्लानिंग की है।
वेतन की मांग को लेकर सोमवार को शाम को निगम के कर्मचारियों ने गेट मीटिंग की। इस दौरान कर्मचारी संघ की ओर से संजय शर्मा ने बताया कि प्रति माह एक तारीख को कर्मचारियों का वेतन आ जाना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आयुक्त से मुलाकात के बाद उन्होंने शासन स्तर पर इस संबंध में चर्चा की है लेकिन कर्मचारियों का वेतन अभी तक क्रेडिट नहीं हो पाया है। दो दिन पहले शुक्रवार को कर्मचारियों ने महापौर से मुलाकात की और अपनी समस्या रखी तो उन्होंने तीन दिन में वेतन भुगतान का वादा किया था। सोमवार को तीसरा दिन है और कर्मचारियों के खातों में पैसा नहीं आया है।
महापौर का दावा फेल
कर्मचारियों के वेतन के मामले में महापौर नीरज पाल का दावा भी फेल हो गया है। निगम के खजाने में कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं तो शहर के विकास के लिए फंड कहां से लाएंगे। बताया जा रहा है कि शहर सरकार द्वारा अनयूजफुल कार्यों में पैसा बर्बाद करने के कारण भी निगम के फंड में कमी आई है। निगम की बदहाली का अंदाजा तो लग गया है क्योंकि वह अपने कर्मचारियों को ही वेतन नहीं दे पा रहा है। यही नहीं दीपावली के दौरान भी कर्मचारियों को निगम की संचित निधि से वेतन दिया गया था जो कि निगम की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े करता है।
घेरेंगे एमआईसी
कर्मचारी संघ के संजय शर्मा ने गेट मीटिंग के दौरान कहा कि वे मंगलवार को एमआईसी सदस्यों से जाकर पूछेंगे कि हमारा वेतन कहां है। संजय शर्मा ने कहा मंगलवार को एमआईसी की बैठक होने वाली है ओर उस दौरान सभी कर्मचारी महापौर कक्ष के सामने जमा होंगे और उनके वादे को याद दिलाएंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कल यदि वेतन के मुद्दे पर बात नहीं बनी तो आगे के आंदोलन की रणनीति बनाएंगे।