बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और ईओडब्ल्यू (EOW) शुक्रवार को ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। पहले गरियाबंद में जनपद सीईओ बीस हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। अब टीम ने बिलासपुर में वन विभाग के एक कर्मचारी को 50 हजार रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एसीबी और ईओडब्ल्यू ने बिलासपुर में पदस्थ वनपाल को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग में पदस्थ वनपाल गजेंद्र गौतम सीसीएफ उडऩदस्ते में है। जिसके रिश्वतखोरी का ऑडियो वायरल होने के बाद उस पर कार्रवाई की गई है।
लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर मांगा 50 हजार रिश्वत
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी वनपाल ने फर्नीचर दुकान के संचालक से लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर 50 हजार रिश्वत मांगा था। पीडि़त सत्यवत प्रधान, पिता बाबू प्रधान, निवासी सत्या फर्नीचर्स उसलापुर ने एसीबी से इस पूरे मामले की शिकायत की थी। पीडि़त ने शिकायत में बताया था कि फॉरेस्टर गजेन्द्र गौतम, पिता-राम प्रताप गौतम, उम्र-45 वर्ष, सीसीएफ उडऩदस्ता बिलासपुर में पदस्थ है। उसने 29 सितंबर को फर्नीचर की दुकान में आकर लाइसेस के बारे में पूछताछ किया। लाइसेंस नवीनीकरण के नाम पर 50 हजार घूस मांगा। पैसे नहीं देने पर कार्रवाई करने की भी बात कही। जिसके बाद पीडि़त ने एसीबी को इस बात की सूचना दी। शुक्रवार को आरोपी वनपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है।