रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक ऐसी शवयात्रा निकाली गई जिसमें लोग सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर तख्ती लेकर चल रहे थे। शवयात्रा में तख्तियों के साथ नारेबाजी का यह अनोखा नजारा था। दरअसल जिस शख्स की शवयात्रा निकाली गई उसने भारत पाकिस्तान मैच में एक करोड़ का दांव खेला था और पूरी रकम हार गया। इस वजह से कारोबारी ने फांसी लगा ली थी। इस घटना के विरोध में लोग शव यात्रा के सटारयों व जुआ-सट्टा के खिलाफ कड़े एक्शन की मांग कर रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार शाम को जहां बालाजी डोर फर्म के संचालक के कारोबारी बेटे मयंक मित्तल (34) ने खुदकुशी कर ली थी। बताया जा रहा है कि रविवार को हुए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच में मयंक मित्तल ने सट्टा लगाया था। सट्टे में मयंक मित्तल 1 करोड़ रुपए हार गया था। इस हार को वह बर्दाश्त नहीं कर पाया और लगातार डिप्रेशन में रहने लगा। इसके बाद 26 अक्टूबर की शाम को मालधक्का रोड स्थित अपने घर पर मयंक मित्तल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
कारोबारी मयंक मित्तल की आत्महत्या का कारण सट्टे में भारी भरकम राशि हारने का कारण सामने आने के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। इस घटना के बाद शहर में लोग मयंक मित्तल की शवयात्रा में तख्तियां लेकर चले। इस दौरान लोगों नारेबाजी भी कर रहे थे। लोगों का कहना है कि क्रिकेट सट्टा फलफूल रहा है और सटोरियों पर नाममात्र की कार्रवाई होती है जिससे इनके हौशले बुलंद हैं। लोगों ने तख्ती पर ‘जुआ सट्टा बंद हो’, ‘क्रिकेट खाईवालों को गिरफ्तार करो’ जैसे स्लोगन लिखे हैं। इधर पुलिस जांच में भी यह बाद सामने आई है कि कारोबारी मयंक मित्तल ने सट्टा में रुपए हारने के कारण ही फांसी लगाई थी।
गुरुवार को एक और शख्स ने की आत्महत्या
बुधवार को शाम को जहां एक कारोबारी ने आत्महत्या की वहीं गुरुवार सुबह भी एक शख्स की फंदे पर लटकती लाश मिली।
बादशाह मुनव्वर खान नाम के व्यक्ति की लाश गुरुवार सुबह बाघ तालाब चांदमारी के पास एक पेड़ पर लटकी मिली। लोग इस आत्महत्या के लिए भी सट्टा को ही जिम्मेदार मान रहे हैं। हालांकि पुलिस ने इस मामले को सट्टे से जोड़ने से इनकार किया है। फिलहाल दोनों की आत्महत्या के मामलों की पुलिस जांच कर रही है।