रायगढ। लोगों को वाटर टैक्स या अन्य करों की वसूली के लिए निगम का नोटिस मिलना सामान्य है लेकिन यही नोटिस भगवान को मिल जाए तो क्या क्या कहेंगे। जीहां ऐसा ही एक मामला रायगढ़ नगर निगम में सामने आया है। यहां पर भगवान राम के अनन्य भक्त महाबली हनुमान को वाटर टैक्स को नोटिस भेजा गया। आयुक्त के हस्ताक्षर के साथ बकायदा यह नोटिस भेजा गया। नोटिस की प्रति वायरल होने के बाद निगम की किरकिरी हो रही है। वहीं बजरंग बली को नोटिस भेजने के कारण लोगों में आक्रोश भी है।
बता दें इन दिनों नगर निगम रायगढ़ द्वारा शहर में जल कर की वसूली के लिए लोगों को नोटिस जारी किया जा रहा है। निगम द्वारा लोगों को फरवरी व मार्च का बिल एक साथ भेजा गया है। लोगों को नोटिस भेजते भेजते निगम यहां के वार्ड क्रमांक 18 स्थित हनुमान मंदिर के नाम पर भी नोटिस जारी कर दिया है। दरअसल वाटर टैक्स की वसूली का यह नोटिस किसी शख्स के नाम पर नहीं बल्कि बजरंग बली के नाम पर जारी कर दिया गया। पिता के नाम की जगह टेंपल लिखा हुआ है।

आयुक्त के हस्ताक्षर से जारी हुआ नोटिस
इस नोटिस को बनाने वाले तो छोड़िए इसे जारी करने वाले ने भी इसे नहीं देखा। नोटिस पर बकायदा आयुक्त के हस्ताक्षर भी हैं। निगम के कर्मचारियों ने भगवान को हितग्राही बना दिया लेकिन इस गलती पर आयुक्त की भी नजर नहीं पड़ी। इस नोटिस के बाद राम भक्तों में आक्रोश है। इस मामले में भाजपा नेताओं ने भी निगम की लापरवाही पर जमकर बवाल किया है। वहीं भाजपा नेताओं ने इस मामले में सरकार को घेरने का प्रयास किया।

इधर इस मामले में रायगढ़ निगम प्रशासन का भी बयान आया है। निगम आयुक्त संबित मिश्रा का कहना है कि नोटिस मंदिर संचालन समिति के नाम से जाना था लेकिन त्रुटिवश ऐसा हो गया है। इसमें संशोधन कर नया नोटिस जारी किया जाएगा।




