रायपुर. नई परिवहन दर को लेकर छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम टैंकर ऑनर एसोसिएशन के सदस्य अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके कारण भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचीपीसीएल) के पेट्रोल पंप सूखने के कगार पर हैं। बीपीसीएल के 240 पेट्रोल पंप पूरी तहर खाली हो गए हैं। वहीं 237 पेट्रोल पंपों में सिर्फ दो दिनों का ही पेट्रोल पंप है। दूसरी ओर एचपीसीएल के 100 से ज्यादा पेट्रोल पंप भी शुक्रवार को बंद रहे। कारण यह है कि एचपीसीएल के डिपो में पेट्रोल का स्टॉक नहीं है। कम स्टॉक मिलने के कारण प्रदेश के अधिकांश पेट्रोल पंप बंद हो रहे हैं। लखोली के डिपो से पूरे प्रदेश में बीपीसीएल के 477 पेट्रोल पंप में पेट्रोल की आपूर्ति बंद हो चुकी है। शनिवार को भिलाई में भी ज्यादातर पेट्रोल पंप बंद रहे यहां आए वाहन चालकों को बिना पेट्रोल के लौटना पड़ा।
3 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर एसोसिएशन
बीपीसीएल की नई निविदा में परिवहन दर वर्तमान से 30 प्रतिशत कम कर दिए जाने से टैंकर ऑनर्स को नुकसान का सामना करना पड़ेगा। कंपनी में ढाई सौ टैंकर से परिवहन होता रहा है, जिसे नई निविदा में मात्र 109 टैंकर कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम टैंकर ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद उपाध्याय ने बताया कि 3 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करते हुए परिवहन सेवा ठप कर दी गई है। एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर सारी वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपेगा।
महंगाई के हिसाब से तीस फीसदी कम नई परिवहन दर
बीपीसीएल ने आगामी पांच वर्षों के लिए नई निविदा में 12 केएल का 2.72 रुपए और 20 केएल का 2.55 रुपए परिवहन दर घोषित किया है, जबकि वर्तमान में 12 केएल 3.55 रुपए आरटीकेएम व 20 केएल 3.24 रुपए आरटीकेएम है। नई निविदा में परिवहन दर लागू की गई है यह वर्तमान से 30 प्रतिशत कम है।