बीजापुर। इंद्रावती नदी पार करने ग्रामीणों की सुविधा के लिए प्रशासन ने एक मोटरबोट नदी तट पर रखा था। नदी पार करने के लिए ग्रामीणों के लिए एक मात्र जरिया यह मोटर बोट अचानक गायब हो गया। जब इसकी सूचना प्रशासन तक पहुंची तो अफसरों में खलबली मच गई। इसके बाद पता चला कि मोटरबोट को नक्सली उठाकर ले गए हैं। लगभग 11 दिनों बाद शुक्रवार केा नक्सलियों ने उक्त मोटर बोट को लौटा दिया। इसके साथ ही प्रशासन ने राहत की सांस ली।
बता दें कुछ दिन पहले नदी पार के गांवों में 30 ज्यादा लोगों की मौत का सच जानने जिला प्रशासन की टीम पहुंची थी। यहां तक की स्थानीय विधायक, एसपी व जिला कलेक्टर भी इन गांवों में जाने के लिए नदी घाट पहुंचे थे। लेकिन मौके पर मोटर बोट नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने पता लगाया तो ग्रामीणों ने बताया कि कुछ ग्रामीण मोटर बोट को ट्रेक्टर में लादकर ले गए हैं। पुलिस ने ग्रामीणों की जानकारी जुटाई तो पता चला कि वे नक्सली थे।
इसके बाद एसपी, कलेक्टर व विधायक को वापस लौटना पड़ा। मोटरबोट नहीं होने से ग्रामीणों को नदी पार करने में काफी दिक्कतें होने लगी। इसके 11 दिन बाद शुक्रवार को नक्सलियों ने उक्त मोटरबोट को वापस लौटा दिया है। नक्सलियों ने नदी पार के गांव पहुंचकर ग्रामीणों व पंचायत सचिव को मोटर बोट सौंप दिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अफसर भी पहुंचे ओर मोटर बोट को अपने कब्जे में ले लिया है। मोटर बोट वापस मिलने के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली है।