भिलाई। बच्चा चोरी के शक में बेकसूरों की पिटाई का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। भिलाई तीन चरोदा के बाद दुर्ग जिले के उतई थाना क्षेत्र के मचांदुर चौकी में मानसिक रोगी की बच्चा चोरी के शक में पिटाई कर दी गई। इसका वीडियो भी बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। पुलिस को जानकारी मिली तो मौके पर पहुंची और मानसिक रोगी को थाने लेकर पहुंची। घटना गुरुवार की बताई जा रही है।
मचांदुर चौकी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम को सूचना मिलने पर पुलिस घोपली डीपरा गांव पहुंची। यहां पर कुछ लोग एक शख्स को पीट रहे थे। फटे पुराने कपड़े पहने और दाड़ी वाले शख्स की पिटाई कर रहे थे। पुलिस ने लोगों से उसे छुड़ाया। शख्स से जब उसका नाम पूछा गया तो वह बता नहीं पा रहा था। पुलिस उसे लेकर थाने लाई और उसके बादा उसका डॉक्टरी मुलाहिजा कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि यह मानसिक रोगी है और उसे बिलासपुर के सेंदरी स्थित मानसिक रोग चिकित्सालय भेजने कहा गया।

मचांदुर चौकी प्रभारी श्याम सिंह नेताम ने जिसे बच्चा चोर समझकर पीटा जा रहा था वास्तव में वह मानसिक रोगी है। नाम पूछने पर कुछ नहीं बताता। देवी देवताओं को अपना माता पिता बता रहा है। दरअसल उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। दशहरा पर्व के दौरान वह इधर उधर घूम रहा था और यह देख युवकों ने बच्चा चोर होने की बात कहकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस मामले में उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मानसिक रोगी शख्स को राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी बिलासपुर भेजने की तैयारी की जा रही है।

एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने की अपील
इधर दुर्ग जिले के एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने वीडियो जारी कर अपील करते हुए कहा है कि कुछ समय से इस तरह की अफ़वाह फैल रही है। छत्तीसगढ़ में बच्चा चोर गिरोह घूम रहा है जिसको लेकर कुछ पॉम्पलेट भी व्हाट्सअप ग्रुप में सर्कुलेट हो रहे है जिससे पुलिस द्वारा जारी करना बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई गिरोह प्रदेश में सक्रिय होने की जानकारी नहीं है। बहुत से जिलो में त्योहारों के कारण अलग अलग राज्यो से भिखारी आकर घूम रहे है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चा चोर समझकर पीटा जा रहा है। उन्होंने कहा है कि इस तरह के अफ़वाहो पर पर भरोसा ना करें। यदि कहीं किसी नागरिक को किसी पर संदेह होता है तो किसी प्रकार की मारपीट ना करें बल्कि पुलिस को खबर करें, जिसकी जांच तत्काल की जाएगी।