कांकेर. छत्तीसगढ़ में इन दिनों भालुओं का आतंक है। जंगली भालू रिहायशी इलाके में घुसकर एक के बाद एक लोगों को अपना निशाना बनाते जा रहे हैं। वन परिक्षेत्र कांकेर के गढिय़ा पहाड़ पर देवी माता के दर्शन पूजन और पहाड़ में लगी दुकान में सामान छोडऩे जा रहे बाइक सवार दो युवकों पर दो भालुओं ने बुधवार रात हमला कर दिया। वहीं एक दूसरी घटना चारामा वन परिक्षेत्र ग्राम पंचायत तारसगांव की है। जहां घर बाड़ी में एक 9 साल के बच्चे का चेहरा भालू ने बुरी तरह नोंच दिया। भालू ने बच्चे के एक आंख को नोंचकर निकाल दिया वहीं दूसरी आंख लटकते हुए मिली।
बाड़ी की तरफ गया था मासूम बच्चा
सालिक राम पोया ने बताया कि उसका 9 साल का बेटा रौनक पोया बुधवार को सुबह करीब 8:30 बजे स्कूल जाने के लिए तैयार हुआ। ड्रेस पहनकर बाड़ी की तरफ गया। थोड़ी देर में चिल्लाने की आवाज आई। मां भूनेश्वरी पोया बाड़ी की तरफ जाकर देखी तो बांस पेड़ के पास उसका बेटा खून से लथपथ जमीन पर उल्टा पड़ा था। बच्चे की एक आंख जमीन पर गिरी थी और दूसरी आंख लटक रही थी। डॉक्टरों ने रायपुर के लिए बच्चे को रेफर कर दिया।
गढिय़ा पहाड़ जा रहे थे युवक
राजापारा निवासी डिकेश यादव (23)ने बताया कि गढिय़ा पहाड़ पर देवी दर्शन के लिए साथी आशीष यादव के साथ बाइक से जा रहा था। रात करीब 9.30 बजे दोनों पर दो भालुओं ने हमला कर दिया, दोनों जख्मी हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।