भिलाई। स्पेशल बच्चों पर समाज को दया करने की बजाए अधिकार देने की जरूरत है। इनको मौका मिले तो यह सामान्य बच्चों की तरह बराबरी में काम कर सकते हैं। ऐसे बच्चों के पैरेट्स को अक्सर लगता है कि उनके बच्चों में कमी है,लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि उनमें कोई नहीं, बस उन्हें आगे बढ़ाने की जरूरत है। यह बातें दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने कही। सुपेला के दक्षिण गंगोत्री स्थित प्रयास श्रवण बाधित स्कूल में विश्व बधिर दिवस पर हुए कार्यक्रम में वे शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज को उन्हें कमजोर समझना चाहिए जो गलत काम करते हैं, बल्कि इन्हें नहीं जो स्पेशल होकर भी सामान्य बच्चों से बेहतर काम कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने बच्चों के सवालों के जवाब भी दिए। जिसका अनुवाद साइन लैग्वेज में शिक्षकों ने किया।
शेयर की दिल की बात
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने इस मंच से अपने दिल की बात भी शेयर की। उन्होंने कहा कि वे स्पेशल बच्चों के पैरेट्स का दर्द समझ सकते हैं, क्योंकि जब डॉक्टर ने उनके बेटे में भी कमी बताई थी, तब वे भी इसी दौर से गुजरे थे, पर उन्होंने इस कमी को स्वीकार करने की बजाए बच्चे के लिए पांच साल मेहनत की। जिसके बाद उनका बेटा अब सामान्य बच्चों के साथ सामान्य स्कूल में पढ़ाई कर रहा है।
जब छात्रा ने पूछा आप सोते कब हैं..
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव उस वक्त भावुक हो गए जब बधिर बच्चों ने उनसे प्रश्न पूछने की इच्छा जताई। साइन लैग्वेज में छात्रों ने उनसे प्रश्न किए और एसपी डॉ पल्लव ने जब जवाब दिए तो वहां खड़ी उनकी टीचर ने उनके उत्तर का अनुवाद किया। अपने सवालों का जवाब पाकर छात्रों के चेहरे खुशी से खिल उठे। इस दौरान छात्रों ने उनके डॉक्टर से आईपीएस बनने का कारण, टाइम मैनेजमेंट, के साथ ही ही कई सवाल किए। वही एक छात्रा ने पूछा कि रात को देर तक पेट्रोलिगं और दिन भरकाम करने के दौरान वे सोते कब हैं।
रंगारंग प्रस्तुति
स्कूल में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के छात्रों ने डांस,ड्रामा की विशेष प्रस्तुति दी। जिसमें बच्चों ने नृत्य एवं ड्रामा भी पेश किया। कार्यक्रम में स्कूल के ट्रस्टी बीनू जैन, नेतराम अग्रवाल, रामभगत अग्रवाल सहित लायंस क्लब के पदाधिकारी और स्कूल के स्टाफ मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन विपिन बंसल ने किया।