7 बच्चे गंभीर कुपोषित और 3 हाई रिस्क गर्भवती का किया गया चिन्हांकन
दुर्ग। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धमधा बृजेश सिंह क्षत्रिय के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जे पी मेश्राम दुर्ग डॉ डीपी ठाकुर खंड चिकित्सा अधिकारी धमधा के निर्देशानुसार दिनांक रविवार को ग्राम करेली में कुपोषित बच्चों एवं हाई रिस्क गर्भवती माताओं का जांच हेतु शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 40 बच्चों का जांच डॉक्टर वाई के किरण शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा किया गया जांच के दौरान 7 बच्चे गंभीर कुपोषित पाए गए जिन्हें एनआरसी केंद्र भेजा गया।
शिविर में कुल 20 गर्भवती माताओं का जांच डॉक्टर दिशा ठाकुर स्त्री रोग विशेषज्ञ के द्वारा किया गया। जिसमें तीन हाई रिस्क गर्भवती माताएं पाई गई। उपस्थित सभी माताओं का काउंसलिंग एवं जांच डॉक्टर दिशा ठाकुर स्त्री रोग विशेषज्ञ धमधा द्वारा किया गया। काउंसलिंग के दौरान उक्त डॉक्टरों द्वारा गर्भवती माताओं को एवं धात्री माताओं को गर्भधारण के दौरान हाई रिस्क से कैसे बचा जा सकता है एवं छोटे बच्चों को हाई रिस्क कैसे बचाया जा सकता है एवं पोषण आहार के संबंध में उचित जानकारी दिए। शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी द्वारा दिया गया।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धमधा द्वारा निर्देश दिया गया कि स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी समन्वय बनाकर प्रत्येक सेक्टर में शिविर का आयोजन करें। जिससे गर्भवती माताओं एवं छोटे बच्चों को शासन की मंशा अनुसार लाभ मिल सके एवं हाई रिस्क गर्भवती माताओं एवं बच्चों को चिन्हित कर समय अनुसार उचित लाभ दिया जा सके। शिविर में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धमधा एवं खंड चिकित्सा अधिकारी धमधा शिविर में कार्य प्रारंभ से कार्य समाप्ति तक स्वयं उपस्थित रहे।
शिविर में डॉक्टर दिशा ठाकुर स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर वाई के किरण शिशु रोग विशेषज्ञ, सरपंच जगदीश साहू, उपसरपंच स्वरूप ताम्रकार, संतोष कुंजाम सुपरवाइजर, ईशा सोनकर फार्मासिस्ट, नीलम राय चौधरी एएनएम, टिकेश्वरी बघेल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, श्रीमती गौरी साहू यामिनी साहू एवं मितानिन अंजलि साहू, संगीता साहू, कोटवार ईश्वरदास मानिकपुरी ने शिविर में अपने- अपने पद अनुसार सेवाएं उपस्थित हितग्राहियों को दिए।