भिलाई। दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार को ‘हमर बेटी- हमर मान’ कैंपेन के तहत विभिन्न स्कूलों में अभियान चलाया। इस दौरान दुर्ग पुलिस की महिला रक्षा टीम अलग अलग स्कूलों में पहुंची। स्कूलों में छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के साथ स्कूल के बाहर मनचलों की क्लास भी लगाई। स्कूलों के बाहर घूमने वाले मनचलों को रोककर पुलिस ने सिर्फ समझाइश दी बल्कि दोबारा इस प्रकार घूमते पाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
बता दें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटियों की मान सम्मान के लिए ‘हमर बेटी- हमर मान’ अभियान शुरू किया है। इसी कड़ी में आईजी दुर्ग बीएन मीणा के निर्देशन में एसपी डॉ अभिषेक पल्लव के नेतृत्व में शुक्रवार को शहर के अलग अलग स्कूलों में एएसपी IUCAW मीता पवार, डीएसपी IUCAW शिल्पा साहू ने रक्षा टीम व पेट्रोलिंग पाटी के साथ सरप्राइज चेकिंग की गई।

इस दौरान रक्षा टीम ने अलग-अलग टीमों के माध्यम से एमजीएम स्कूल सेक्टर 6, मैत्री विद्या निकेतन, शारदा विद्यालय, कृष्णा पब्लिक स्कूल नेहरू नगर, दिल्ली पब्लिक स्कूल रिसाली, शासकीय स्कूल मरोदार, डीएवी स्कूल सहित 20 से अधिक स्कूलों में जाकर सरप्राइज चेकिंग की। इन स्कूलों के बाहर बिना किसी कारण खड़े मनचलों को समझाइश दी। इस दौरान ऐसे लड़कों के माता-पिता को भी मौके पर बुलाया गया और दोबारा बिना किसी कारण के स्कूल के बाहर खड़े पाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।

आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए
दुर्ग पुलिस के स्पेशल महिला पेट्रोलिंग महिला रक्षा टीम ‘हमर बेटी- हमर मान’ अभियान के तहत बेटियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए। इस दौरान बेटियों को उनके क़ानूनी अधिकार, गुड टच- बैड टच, छेड़खानी, यौन शोषण, साइबर क्राइम, सोशल मीडिया क्राइम से बचाव और अधिकार के संबंध में जानकारी दी गई। महिला रक्षा टीम एवं थाना पेट्रोलिंग द्वारा स्कूल छूटते समय बच्चों को थाना प्रभारी एवं रक्षा टीम प्रभारी का नंबर दिया। साथ ही शिक्षिकाओं को अभिव्यक्ति ऐप के बारे में जानकारी दी गई और SOS इमरजेंसी बटन के बारे में बताया गया। उन्हें यह बताया गया कि बटन को 15 सेकंड के लिए प्रेस करने के बाद तत्काल आपातकालीन परिस्थिति में पुलिस लोकेशन पर 10 से 15 मिनट पर पहुंच जाती है।