भिलाई. सीमा सुरक्षा बल (BSF) न सिर्फ देश के बाहरी दुश्मनों से लोहा लेती है बल्कि जरूरत पड़ने पर देश के भीतर घुसे देशद्रोहियों को कुचलने में अपनी जान की परवाह नहीं करता। यह बातें बीएसएफ के एडीजी एवं IPS आशीष गुप्ता ने कही। वे बीएसएफ के मुल्ला कैंप पहुंचे थे जहां उन्होंने 81 बटालियन में सैनिक सम्मेलन में शामिल होकर जवानों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने नक्सल उन्मूलन के लिए किए जा रहे ऑपरेशन के दौरान सावधानी और सुरक्षा बरतने की बात कही, क्योंक सावधानी से आपरेशन करने और ज्यादा से ज्यादा सफलता हासिल होती है। उन्होंने जवानों को इसके लिए स्वास्थ के प्रति अधिक जागरूक रहने के लिए भी प्रोत्साहित किया । क्योंकि जवान फिट रहेंगे तो वे अपने टारगेट को आसानी से हासिल कर पाएंगे।
बढ़ी सुरक्षा की भावना
अतिरिक्त महानिदेशक आशीष गुप्ता ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया कि इलाके में रहने वाले आदिवासियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए उनकी भरपूर मदद करें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 से छत्तीसगढ़ में आंतरिक समस्या से जूझने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को कांकेर जिला में तैनात किया गया। कांकेर के अति बीहड़ो एवं दूरस्थ ग्रामीण तथा जंगली इलाके में सीमा सुरक्षा बल की टुकडियां कठिनाईयों से लड़ते हुए धीरे-धीरे गांव वालों का भरोसा जीतने में सफल हुई है, जिससे की गांव वालों के दिल में सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
लगाए पौधे भी
सैनिक सम्मेलन में शामिल होने से पहले एडीजी आशीष गुप्ता ने सेक्टर हेडक्वार्टर मुल्ला कैंप 81 बटालियन में पौधे भी लगाए। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ साथ बडा खाना में भी उन्होंने शिरकत की। उन्होंने जवानो के साथ बातचीत कर उनका हालचाल पूछा और उनके परिवार के बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी की।