भिलाई. अपराध सीजनल मौसम की तरह ही चलता है। तीज त्यौहार का समय है। सुरक्षा भी देखनी है, वीआईपी ड्यूटी भी करनी होती है ,अपराधों में नियंत्रण भी जरूरी है, रोड सेफ्टी में अच्छे निर्णय लेने हैं। इसलिए जिले की पुलिस रिसोर्सेज का सदुपयोग करें। यह बातें छत्तीसगढ़ पुलिस के महानिदेशक अशोक जुनेजा ने कही। उन्होंने कहा कि रोड एक्सीडेंट के दौरान स्थल पर जल्द से जल्द पहुंचे डायल 112, हाईवे पेट्रोलिंग, पुलिस पेट्रोलिंग एंबुलेंस का प्रयोग घायलों को गोल्डन अवर में ही हॉस्पिटल पहुंचाए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस और केन्द्रीय सुरक्षाबलों के साथ मिलकर चलाए जा रहे अभियान से नक्लसी पीछे हटे हैं। धुर नक्सल क्षेत्रों में सुरक्षाबलों के कैंप स्थापित होने के बाद आज जनता को सारी सुविधाएं मिल पा रही है । वे शासन के साथ जुड़ रहे है। वही इंटर स्टेट सीमा पर सीसीटीवी चेक पोस्ट की वजह से ड्रग स्मगलिंग नेटवर्क खत्म होने जा रहा है।
सीनियर सिटीजन को सुरक्षा
डीजीपी जुनेजा ने कहा कि पीएचयू के एक डीआईजी और एसपी सरगुजा एवं अन्य अधिकारियों की सोच से प्रदेश में सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए एक सेल बनाया गया है और इस सेल की कार्य शैली के कारण दिल्ली की एक एजेंसी ने हाल ही में सम्मानित भी किया है आने वाले समय में यह सेल और अच्छा काम करेगा बुजुर्गों से संबंधित शिकायतो का निराकरण भी शीघ्र होगा।
नए जिले में नई रणनीति
डीजीपी ने कहा कि नए जिले को और भी अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ मोहला मानपुर के लिए भी रणनीति तय की गई है । यहां पहले से डिप्लायड आइटीबीपी के नए कैंप स्थापित किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के कैंप पर भी रणनीति बनाई गई है।उन्होंने रिस्पांस भत्ते के सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जो पुलिस अधिकारी फील्ड में काम करते हैं या क्राइम सीन में जाते उन्हें रिस्पांस भत्ता दिया जाना चाहिए परंतु पुलिस अधिकारी लाइन या हेड क्वार्टर में उन्हें भी रिस्पांस भत्ता दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस पर निर्णय आएगा।