ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Reading: हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का हक : पी.दयानंद
Share
Notification Show More
Latest News
कल से भव्य मेले का आगाज: राजिम माघी पुन्नी मेले में हजारों श्रद्धालु करेंगे पुन्नी स्नान
कल से भव्य मेले का आगाज: राजिम माघी पुन्नी मेले में हजारों श्रद्धालु करेंगे पुन्नी स्नान, सीएम बघेल करेंगे उद्घाटन
February 4, 2023
कॉलेजियम की सिफारिश पर केंद्र सरकार की मुहर, सुप्रीम कोर्ट में हुई पांच नए जजों की नियुक्ति
February 4, 2023
विश्व कैंसर दिवस पर रायपुर में मैराथन, अस्पताल के कर्मियों व मेडिकल छात्रों ने लगाई दौड़
February 4, 2023
बजट 2023-24 : विशेषज्ञो ने बताया कैसा है यह बजट, कई बिंदुओं पर बताया नफा और नुकसान
February 4, 2023
5 करोड़ 80 लाख की लागत से तैयार राजीव सरोवर का सीएम बघेल ने किया लोकार्पण
5 करोड़ 80 लाख की लागत से तैयार राजीव सरोवर का सीएम बघेल ने किया लोकार्पण
February 4, 2023
Aa
ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
Aa
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Search
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Follow US
© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari
Chhattisgarh

हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का हक : पी.दयानंद

By @dmin Published December 20, 2019
Share
SHARE

निष्ठा प्रशिक्षण के लिए नोडल अधिकारियों की कार्यशाला

रायपुर. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के संचालक श्री पी.दयानंद ने कहा है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का हक है। सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे मिले इसके लिए निष्ठा (नेशनल इनिसिएटिव ऑन स्कूल टीचर हेड हॉलीस्टिक एडवांमेंट) कार्यक्रम के तहत राज्य में कक्षा पहली से आठवीं तक के सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाना हैै। आवासीय प्रशिक्षण में ध्यान रखा जाए कि किसी भी हालत में विद्यालय बंद नहीं रहने चाहिए। श्री दयानंद ने आज राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् कार्यालय के सभा कक्ष में निष्ठा कार्यक्रम के अंतर्गत संभाग और जिलों के नोडल अधिकारियों की कार्यशाला के प्रारंभिक सत्र को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री दयानंद ने कहा कि शिक्षकों के पास तर्क शक्ति और क्षमता है और वे बच्चों के मनोविज्ञान को भी समझते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में समर्पण के साथ सहभागिता निभाएं। उन्होंने कहा कि यह सबसे बड़ा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इस प्रशिक्षण अभियान में राज्य के सभी सरकारी स्कूल के शिक्षकों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ खेल-खेल में पढ़ाई, लर्निंग आउटकम, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निष्ठा योजना प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणामों को बेहतर बनाने का मिशन है। प्रारंभिक स्तर पर सभी सरकारी स्कूलों के सभी शिक्षक, विद्यालय प्रमुख, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक, कलस्टर समन्वयक, शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभी संकाय सदस्य शामिल होंगे। निष्ठा एकीकृत कार्यक्रम में शिक्षकों के प्रशिक्षण में किताबों के बजाय बच्चों के बौद्धिक विकास, बच्चों के महत्वपूर्ण सोच को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों के बीच जागरूकता फैलाएगा और उनको कौशल विकसित करने में सक्षम बनाएगा। प्रशिक्षण में अनुशासन आवश्यक है। छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के संयुक्त संचालक श्री योगेश शिवहरे ने कहा कि निष्ठा कार्यक्रम के तहत सबसे पहले राष्ट्रीय प्रशिक्षकों द्वारा प्रदेश में 1500 मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय प्रशिक्षकों द्वारा मास्टर टेªनर राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षकों को दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम से अलग है। इसमें प्रशिक्षण से पूर्व और प्रशिक्षण के बाद शिक्षकों का ऑनलाइन टेस्ट लिया जाएगा। इसके लिए सभी शिक्षकों की ई-मेल आईडी बनाई जाएगी। सभी शिक्षकों को फेस-टू-फेस प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के संबंध में सभी संभाग और जिलों के नोडल अधिकारियों को राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षकों का चयन करने कहा गया। प्रशिक्षण की तैयारी के संबंध में कहा गया है कि राज्य के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों, प्रधान पाठक, बीआरसी और सीआरसी को प्रशिक्षित किया जाना। इसके लिए प्रत्येक विकास खण्ड में एक राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और पांच विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षक का चयन कर छह सदस्यीय दल बना लिया जाए। राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक स्कूल लीडरशीप के रिसोर्स पर्सन के रूप में कार्य करेंगे और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षक शेष प्रशिक्षण माड्यूल के लिए रिसोर्स पर्सन के रूप में कार्य करेंगे। प्रत्येक दल एक बार में 150 शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा तथा कुल पांच चरणों में 750 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास खण्डों में शिक्षकों की संख्या के अनुरूप राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षक का दल बनाया जाए। जिन विकास खण्डों में 750 तक शिक्षक हैं, वहां एक दल, 1500 सौ तक के लिए दो दल, 1700 से 2000 हजार तक के लिए तीन दलों का गठन किया जाए। यह भी बताया गया कि राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षक हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी, डाइट, व्याख्याता, प्राचार्य और संकाय सदस्य होंगे। राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्य को बनाया जाए। राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षक प्रशिक्षण देने के लिए अच्छा संप्रेषण एवं व्यवहार कुशल होना चाहिए और इनके पास स्मार्ट फोन होना आवश्यक है। नोडल अधिकारियों से कहा गया है कि राज्य स्त्रोत प्रशिक्षक और विकास खण्ड स्त्रोत प्रशिक्षक के दलों का चयन कर विकास खण्ड स्तर पर प्रशिक्षण स्थल का चयन कर लिया जाए, जिसमें 150 की क्षमता का एक हाल और 50-50 की क्षमता वाले तीन कक्ष हों। आवासीय व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाए।
कार्यशाला को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के डॉ. वी.रघु और श्री संजय गुहे ने भी सम्बोधित किया।

You Might Also Like

कल से भव्य मेले का आगाज: राजिम माघी पुन्नी मेले में हजारों श्रद्धालु करेंगे पुन्नी स्नान, सीएम बघेल करेंगे उद्घाटन

विश्व कैंसर दिवस पर रायपुर में मैराथन, अस्पताल के कर्मियों व मेडिकल छात्रों ने लगाई दौड़

बजट 2023-24 : विशेषज्ञो ने बताया कैसा है यह बजट, कई बिंदुओं पर बताया नफा और नुकसान

5 करोड़ 80 लाख की लागत से तैयार राजीव सरोवर का सीएम बघेल ने किया लोकार्पण

दया सिंह ने राज्यपाल को दिया भोले बाबा की बारात का आमंत्रण,18 फरवरी को निकलेगी भव्य बारात

@dmin December 20, 2019
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
Share
Previous Article ‘गुड न्यूज’ की रिलीज का इंतजार कर रही कियारा
Next Article जनजातीय संस्कृति का महाकुंभ 27 दिसम्बर से राजधानी रायपुर में
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Ro. No. – 12276/16

क्रमांक 4368/विप-इवेंट/टूरि.बो./2023

Ro. No.-12294/16

#bhilai #news #durgpolice #reporter #mirajcinema #talkies
आखिर क्यों बंद हुआ Miraj Cinema | KP News
Subscribe

Advertisement

Advertisement

You Might Also Like

कल से भव्य मेले का आगाज: राजिम माघी पुन्नी मेले में हजारों श्रद्धालु करेंगे पुन्नी स्नान

कल से भव्य मेले का आगाज: राजिम माघी पुन्नी मेले में हजारों श्रद्धालु करेंगे पुन्नी स्नान, सीएम बघेल करेंगे उद्घाटन

February 4, 2023

विश्व कैंसर दिवस पर रायपुर में मैराथन, अस्पताल के कर्मियों व मेडिकल छात्रों ने लगाई दौड़

February 4, 2023

बजट 2023-24 : विशेषज्ञो ने बताया कैसा है यह बजट, कई बिंदुओं पर बताया नफा और नुकसान

February 4, 2023
5 करोड़ 80 लाख की लागत से तैयार राजीव सरोवर का सीएम बघेल ने किया लोकार्पण

5 करोड़ 80 लाख की लागत से तैयार राजीव सरोवर का सीएम बघेल ने किया लोकार्पण

February 4, 2023
Logo

छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्विक लिंक्स

  • होम
  • E-Paper
  • Crime
  • Durg-Bhilai
  • Education

Follow Us

हमारे बारे में

एडिटर : राजेश अग्रवाल
पता : शॉप नं.-12, आकाशगंगा, सुपेला, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़ – 490023
मोबाइल : 9303289950
ई-मेल : shreekanchanpath2010@gmail.com

© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?