रायपुर (एजेंसी)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा, सरदार पटेल किसानों की आवाज थे। भाजपा की तरफ से उनकी सबसे ऊंची मूर्ति बनाई गई है और दूसरी तरफ, उन लोगों के खिलाफ काम किए गए है जिनके लिए सरदार पटेल ने लड़ाई लड़ी। राहुल गांधी ने कहा, अगर हम गुजरात में सत्ता में आए तो हम किसानों का तीन लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे।
वहीं गुजरात में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी तैयारियों में जी जान से जुट गई है। गुजरात चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा- गुजरात की जनता परिवर्तन की राह देख रही है। गांधी और पटेल की भूमि गुजरात अब ‘असत्य’ और ‘अन्याय’ से छुटकारा पाना चाहती है। आज हमारे नेता राहुल गांधी ने गुजरात की जनता को 8 वचन दिए हैं, जो नए गुजरात की नींव रखेंगे। कर्जमाफी, मुफ्त बिजली, इंग्लिश मीडियम स्कूल जैसी योजनाएं छत्तीसगढ़ में चल रही है।
बता दें कि गुजरात में साल-2022 के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। गुजरात में अभी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का पूरा फोकस गुजरात चुनाव को लेकर है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा और कांग्रेस के नेता भी लगातार गुजरात जा रहे हैं। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोज को चीफ ऑब्जर्वर और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंदेव को गुजरात विधानसभा के लिए कांग्रेस ने आब्जर्वर बनाया है। गुजरात में राहुल गांधी ने जनता से जो वादे किए हैं, उसमें कई योजनाओं के सहारे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता तक पहुंची है।
राहुल ने लगाई चुनावी वादों की झड़ी
चुनावी तैयारियों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी गुजरात पहुंचे। उन्होंने भी चुनावी वादों की झड़ी लगा दी। राहुल गांधी ने गुजरात की जनता से 8 वादें किए हैं, जिसमें 500 रुपये में गैस सिलेंडर, 300 यूनिट बिजली मुफ़्त, 10 लाख रुपये तक मुफ़्त इलाज, किसानों का 3 लाख रुपये तक का कजऱ् माफ़, 3000 सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल, कोरोना पीडि़त परिवारों को 4 लाख रुपये मुआवजा, दुग्ध उत्पादकों को 1 लीटर पर 5 रुपये की सब्सिडी और सरकारी नौकरियों में कांट्रैक्ट सिस्टम बंद और युवाओं के लिए 3000 का बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया गया है।