छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संघ ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल
भिलाई। प्रदेश में सवा चार लाखसे ज्यादा सरकारी अधिकारी कर्मचारी फिर से एक बार हड़ताल पर बैठ गएहैं। सभी जिला मुख्यालयों में केन्द्र के समान 34 फीसदी डीए और सातवें वेतनमान पर एचआरए की मांग को लेकर पूरे प्रदेश भर में शासकीय कर्मियों ने काम ठप कर दिया है। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में पहली बार न्यायालयीन कर्मचारी और अधिकारी भी शामिल है। कलम बंद काम बंद का आह्वान कर एक बार फिर शासकीय कर्मी एकजुट हो चुके हैं।

पसरा सन्नाटा
प्रदेशभर में करीब 53 से ज्यादा विभागों में हड़ताल की वजह से सन्नाटा परसा हुआ है। फेडरेशन के महासचिव राजेश चटर्जी ने बताया कि प्रधेशभर में 4 लाख 18 हजार से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारी है। जो हड़ताल का हिस्सा बनने जा रहे हैं। इस हड़ताल के पहले दिन ही भिलाई निगम के बाहर सारे अधिकारी-कर्मचारी कामछोड़कर प्रदर्शन में लगे रहे वही स्कूलों में भी तालाबंदी की स्थिति नजर आई। बच्चे केवल मध्यान्हभोजन खाकर वापस लौटे। जहां खासकर सेजस में संविदा शिक्षकों ने मोर्चा संभाला।


कोर्ट में भी काम बंद
हड़ताल की वजह से कोर्ट में भी लोग भटकते रहे। हड़ताल की वजह से न्यायाधीशों नेभी सभी सुनवाई को आगे बढ़ाया। यहां रीडर से लेकर बाबू हरकोई काम बंद कर प्रदर्शन में शामिल हुए।


हिन्दी भवन के सामने प्रदर्शन
अनिश्चितकालीन हड़ताल के पहले दिन से ही हिन्दी भवन के सामने टैंट लगाया गया है। यहां सभी विभाग के कर्मचारी-अधिकारियों के संघ अपने-अपने बैनर के साथ प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे।