पुरी जगन्नाथ के डायरेक्शन में फिल्म लाइगर 25 अगस्त को रिलीज हो रही है। डायरेक्टर फिल्म की यूएसपी लव, एक्शन और ड्रामा को बताया है। उनके मुताबिक, ‘लोग ऐसा सोचते हैं कि यह एक स्पोट्र्स बेस फिल्म है लेकिन यह ऐसा नहीं है बल्कि इसमें सब कुछ है। फिल्म में विजय का किरदार हकलाता है। इसे फिल्माना दिलचस्प रहा। यह हकलाने वाला आइडिया खुद विजय का ही है। उन्होंने इसकी प्रैक्टिस भी की।
लाइगर का वर्किंग टाइटल फाइटर था, लेकिन बाद में ऋतिक की फिल्म से नाम मैच खा जाने से लाइगर टाइटल को रजिस्टर्ड करवाया गया। इसे इस साल जनवरी में ही रिलीज करने का प्लान था पर इसे बनाने में ही लगभग तीन साल लग गए। कुछ देरी कोविड के कारण भी हुई। अब जाकर सब कुछ फाइनल हुआ, तब इसे 25 अगस्त को ऑल इंडिया में रिलीज कर रहे हैं।

सेंसर बोर्ड ने ऑडियो में लगाए चार-पांच कट
पुरी ने बताया, फिल्म में मनचली, आफत, अकडी बकड़ी समेत कुल सात गाने हैं। रोमांटिक सॉन्ग आफत को लॉस एंजिल्स में शूट किया गया। दो सॉन्ग फाइट के बीच में आते हैं, जबकि कोका 2.0 पंजाबी सॉन्ग को रीमिक्स किया गया है, जो फिल्म के आखिर में आएगा। पूरी फिल्म को 100 दिन में फिल्माया गया है। इसकी ज्यादातर शूटिंग मुंबई में हुई। इसके अलावा गोवा में 15 दिन, लॉस एंजिल्स और अमेरिका में 20 दिन हुई। सेंसर बोर्ड ने वीडियो में नहीं, पर ऑडियो में चार-पांच कट जरूर लगाए हैं।

पुरी आगे कहा, फिल्म की कहानी में हीरो बनारस का है। उसे मार्शल आट्र्स में नेशनल चैंपियन बनना है। मां और बेटा यह सपना लेकर मुंबई आते हैं। यहां आकर दोनों चाय बेचते हैं। विजय के पिता अपने टाइम में बहुत नामी फाइटर थे, जो फाइट करते वक्त मर गए थे। अब उनका बेटा भी इसी खेल में नाम कमाना चाहता है। नेशनल चैंपियन बनने के बाद वह इंटरनेशनल चैंपियन बनने के लिए जाता है। उसे इस बीच एक अमीर लड़की से प्यार हो जाता है। आगे इंटरनेशनल चैंपियन बनने और प्यार की कहानी में क्या-क्या होता है, यह फिल्म की स्टोरी है।
आसान नहीं था टायसन को साइन करना
फिल्म में माइक टायसन को साइन करना में बड़ी मुश्किल काम रहा। उन्हें साइन करने के लिए एक साल तक अप्रोच करना पड़ा। इस बारे में पुरी ने कहा, हर दिन मैं प्रयास करता रहा कि उन्हें अप्रोच करूं। 100 बार जूम कॉल पर उनसे और उनकी लीगल टीम से बात हुई, तब जाकर फाइनली एक साल के बाद उनको साइन किया। उन्होंने शूटिंग के लिए कुल 60 दिन दिए। उनकी शूटिंग लास वेगास में हुई, क्योंकि वे वहीं रहते हैं। उन्होंने बोला कि लास वेगास में आओ, इधर शूटिंग करेंगे, इसलिए उनकी शूटिंग वहीं पर हुईं।
थाई फाइट मास्टर ने डिजाइन किया एक्शन
फिल्म में आठ बड़े एक्शन सीन हैं। फस्र्ट हाफ में चार, सेकंड हाफ में चार बड़े एक्शन सीन हैं। एक फाइट स्लम एरिया में, एक फाइट डोजो में तो एक फाइट रिंग में होती है। फाइट सीन्स को थाईलैंड के फाइट मास्टर केच्चा ने डिजाइन किया है। फिल्म में मिनी फाइटर्स के लिए जर्मनी, यूके आदि देशों से रियल फाइटर कास्ट किए गए। एक फाइट सीन में कम से कम 30 फाइटर होते थे।
50 पर्सेंट एक्शन सीन वीएफएक्स पर शूट हुए
पुरी ने और डिटेल्स शेयर करते हुए कहा, फिल्म में एक्शन की भव्यता अधिक है, इसलिए 50 पर्सेंट वीएफएक्स इस्तेमाल किया गया है और बाकी का सेट लगाया गया है। फिल्म में अन्नया पांडे का लव सीन है, इसलिए उन्हें फाइट की कोई फिजिकल ट्रेनिंग नहीं दी गई, लेकिन शूटिंग शुरू करने से पहले विजय को थाईलैंड जाकर एक महीने की फाइट की ट्रेनिंग लेनी पड़ी। उन्हें केच्चा ने ट्रेनिंग दी। हर एक फाइट सीन को फिल्माए जाने से पहले विजय 10 दिन की प्रैक्टिस करते थे। विजय ने इसके लिए वजन भी बढ़ाया है।