अध्ययनों से पता चलता है कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ बचपन को आधार माना जाता है। जिन बच्चों के पोषण का सही से ध्यान रखा जाता है, उनमें कई तरह की बीमारियों, जटिलताओं आदि का जोखिम कम होता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी माता-पिता को अपने बच्चों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार देने की सलाह देते हैं। पौष्टिक आहार का मतलब भोजन में विटामिन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और विशिष्ट पोषक तत्वों को शामिल करना है। बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास में स्वस्थ आहार की विशेष भूमिका होती है। यह न सिर्फ आपके बच्चे के शारीरिक विकास को बढ़ावा देने में सहायक होंगे साथ ही उन्हें बीमारियों से भी सुरक्षित रखेंगे।
बाल रोग विशेषज्ञ कहते हैं, बच्चों को खाने के लिए क्या दिया जाए, इसके साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखना आवश्यक है कि उन्हें किन चीजों से दूर रखा जाए। फास्ट फूड्स, चॉकलेट और कुकीज आदि का बढ़ता सेवन बच्चों में मोटापा, बौद्धिक क्षमता में कमी और कई तरह की अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन रहे हैं। आइए आगे विस्तार से जानते हैं कि बढ़ते बच्चों के आहार में किन चीजों को जरूर शामिल किया जाना चाहिए।
फल और हरी सब्जियां
बढ़ते बच्चों को अलग-अलग मात्रा में विशिष्ट पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। बच्चे की वृद्धि और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देने के लिए आहार में फलों और हरी सब्जियों को जरूर शामिल करें। मौसमी फल विटामिन्स और खनिजों के साथ एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर को प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के साथ तमाम तरह की बीमारियों और संक्रमण के जोखिम को कम कर सकते हैं। आहार में मौसमी फलों को शामिल करना विशेष लाभप्रद हो सकता है।
साबुत अनाज और डेयरी उत्पाद
बच्चों के आहार में साबुत अनाज जैसे गेहूं की रोटी, दलिया, पॉपकॉर्न, जौ-बाजरा आदि को शामिल करना आवश्यक है। ये न सिर्फ पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं साथ ही कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को भी कम करने में सहायक माने जाते हैं। इसके अलावा बच्चे को दूध, दही, पनीर या फोर्टिफाइड सोया मिल्क जैसे डेयरी उत्पाद भी जरूर दें, ये हड्डियों के विकास में सहायक हैं।
प्रोटीन और विटामिन्स
बढ़ते बच्चों के लिए प्रोटीन बहुत आवश्यक होता है। यह मांसपेशियों को बढ़ावा देने और मस्तिष्क की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में सहायक हैं। मांस और अंडे, सेम, मटर, सोया उत्पाद, और तमाम तरह के नट्स को आहार में शामिल करना विशेष लाभप्रद हो सकता है। विटामिन सी-डी और ई वाली चीजों की भी मात्रा बढ़ाएं। ये मजबूत इम्युनिटी और आंखों की सेहत को बेहतर रखने में मदद करेंगी।
इन चीजों से बनाएं दूरी
बच्चों की सेहत का ख्याल रखना बहुत आवश्यक है, इसलिए आहार में अस्वास्थ्यकर चीजों को बिल्कुल न शामिल करें। ब्रेड, पास्ता, पिज्जा आदि मोटापा और पेट की बीमारियों को बढ़ा सकते हैं। बच्चों में इनकी आदत कई तरह की स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकती है। सेचुरेटेड और ट्रांस फैट, सोडियम वाली चीजों का कम से कम सेवन सुनिश्चित कराएं।