जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल में गिरे बच्चे को लगभग 48 घंटे बाद भी निकाला नहीं जा सका है। अधिकारियों का कहना है कि 11 वर्षीय बच्चे को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सारे प्रयास करनेे के बाद अब रोबोटिक्स इंजीनियर की मदद ली गई है। रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने परिजन को भरोसा देते हुए कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो बच्चे को कुछ घंटे के भीतर निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि हम पहले रोबोट को बोरवेल के अंदर ले जाएंगे, उसके बाद स्थिति का जायजा लेंगे। अगर सबकुछ सही रहा तो कुछ घंटों के भीतर बच्चे को बाहर ले आएंगे। वहीं अधिकारियों ने बताया अभी तक लगभग 70 फुट का गड्ढा किया जा चुका है तथा इस कार्य में अभी पांच से छह घंटों का समय और लग सकता है। बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भारतीय सेना के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।

गड्ढे का मुंह चौड़ा होने की वजह से राहुल को मिल रही राहत
स्थानीय प्रशासन के अनुसार बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे का मुंह जरूर छोटा है, लेकिन अंदर से वह चौड़ा हो गया है। वहीं नीचे पत्थर भी लगे हैं। इसके कारण राहुल उसमें अटका हुआ है। हालांकि उसे काफी चोटें भी आई होंगी। इसके बाद भी उसने हिम्मत बांधी हुई है।


सीएम बघेल ने दिये सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश
बच्चे के पिता लाला राम साहू ने बताया कि यह बोरवेल करीब 80 फीट गहरा है, जो उन्होंने अपने घर के पीछे बने खेत में खुदवाया था। हालांकि, पानी नहीं निकलने पर उसे खुला ही छोड़ दिया गया। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चे को बचाने के लिए अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने परिजनों एवं रोबोट संचालक महेश से की बात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के मोबाइल पर वीडियो कॉल करके राहुल साहू के परिजनों से बात की है। मुख्यमंत्री ने राहुल के फूफा बजरंग साहू की उपस्थिति में दादी श्याम बाई साहू से बात की। उन्होंने रोबोट के माध्यम से रेस्क्यू करने और अन्य विकल्प भी रेस्क्यू के लिए तैयार रहने की बात कही। मुख्यमंत्री ने परिजनों को चिंतित न होने और शासन प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किये जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने रोबोट के संचालक महेश अहीर और उनके पिता से भी बात की। मुख्यमंत्री ने बोरवेल में हो रहे रेस्कयू,खुदाई के काम को भी देखा
