फिल्म ‘एवेंजर्स एंडगेम’ के बाद मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स का चौथा फेज जबसे शुरू हुआ है, मार्वल के सुपरहीरोज की दुनिया पूरी तरह बदल चुकी है। मार्वल कॉमिक्स से निकली इस काल्पनिक दुनिया के चौथे चरण में अब तक ‘ब्लैक विडो’, ‘शांग ची एंड द लेजेंड ऑफ द टेन रिंग्स’, ‘इटर्नल्स’ और ‘स्पाइडरमैन: नो वे होम’ जैसी पांच अतरंगी फिल्में रिलीज हो चुकी हैं। कहानी अब उस दौर में है, जहां अतीत, वर्तमान और भविष्य की संभावनाएं असीम हो चुकी हैं। अलग-अलग कालखंडों के नायक जहां आकर इस दुनिया में मिल रहे हैं, वहां हर ‘व्हाट इफ’ को इसके किरदार एक नया मोड़ दे रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े जादूगर के रूप में ख्याति पा चुके डॉक्टर स्ट्रेंज का लिटमस टेस्ट अब इस किरदार की दूसरी सोलो फिल्म ‘डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ में होने जा रहा है। 6 मई को रिलीज होने जा रही इस फिल्म की रिलीज से पहले डॉक्टर स्ट्रेंज का किरदार निभा रहे अभिनेता बेनेडिक्ट कम्बरबैच बता रहे हैं इस फिल्म की अलौकिक घटनाओं और असीमित परिकल्पनाओं के बारे में….
‘फिल्म ‘डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ का निर्देशन उन सैम रायमी के हाथों में हैं जिनकी ख्याति ही डरा देने वाली कहानियों को लेकर रही है। डॉक्टर स्ट्रेंज की ये दूसरी सोलो फिल्म है। इस किरदार के बारे में हमने मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स (एमसीयू) में काफी कुछ देखा है। खासतौर से पिछली फिल्म ‘स्पाइडरमैन: नो वे होम’ में। मुझे लगता है कि किसी किरदार के सामने नई चुनौतियां पेश होने से ही कहानी का रोमांच बढ़ता है। किरदार की सीमाओं को कसौटी पर कसने पर उसका नया रूप सामने आता है और इन चुनौतियों से जूझकर जो नायक बाहर आता है, वही इस कहानी का भी निर्णायक मोड़ साबित होगा।

‘सैम रायमी कमाल के इंसान हैं। उनका फिल्म इंडस्ट्री में जो कद है, वह कभी उनके व्यहार में दिखता ही नहीं। वह हमेशा एक बहुत विनम्र सहयोगी के रूप में पेश आते हैं जो हमेशा दूसरों की मदद करना चाहता है। वह बहुत ही मजाकिया भी हैं। उनके सामने कुछ नया करने का फायदा ये है कि वह एक दर्शक के रूप में बहुत ही सटीक और निष्पक्ष प्रतिक्रिया देते हैं। वह एक कलाकार को अपना सर्वोत्तम देने के लिए प्रेरित करते हैं और इस अदाकारी को कितना ऊपर ले जाना है, कितना नीचे लाना है, इसके बारे में बखूबी जानते हैं। शूटिंग के दौरान वह इस पूरी काल्पनिक दुनिया को समझना भी चाहते थे और इसे अपना भी बनाना चाहते थे खासतौर से उन मौकों पर जहां दर्शकों को झटके लगते हैं और जहां उनका अपना हॉरर मास्टर टच सामने आता है। लेकिन फिल्म ‘डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ में दर्शकों को इस सबके बीच भी हल्के फुल्के और मजेदार दृश्य देखने को मिलेंगे।’

डॉक्टर स्ट्रेंज के विभिन्न रूप
‘इस फिल्म में एक किरदार के अलग अलग रूपों को पर्दे पर पेश करना बहुत ही मजेदार रहा है। कहानी के आखिर में एक जगह मेरा एक सीन अपने ही प्रतिरूप के साथ है, जिसे हमने सिनिस्टर स्ट्रेंज का नाम दिया। ये फिल्म का बहुत ही महत्वपूर्ण दृश्य भी है। अपने ही प्रतिरूप की चुनौती का जवाब देना और दोनों किरदारों को एक साथ पर्दे पर पेश करना थोड़ा मुश्किल तो था लेकिन इसमें मुझे आनंद भी बहुत आया। डबल रोल में जैसे होता है कि पहले आपको एक किरदार की एक्टिंग करनी होती है और आपके सामने आपके दूसरे रोल के रूप में कोई दूसरा शख्स खड़ा रहता है और फिर आपको अपने इस रूप की अदाकारी याद रखते हुए दूसरे रूप में फिर किसी दूसरे शख्स के सामने खड़े होकर उसकी प्रतिक्रिया देते हुए एक बिल्कुल अलग किरदार निभाना होता है। इस पूरी प्रक्रिया में मुझे काफी मजा आया और मुझे खुशी है कि संपादन और पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान हम इसे सौ फीसदी कुशलता के साथ अंजाम तक पहुंचाने में सफल रहे।’
डॉक्टर स्ट्रेंज की भव्यता और विशालता
‘फिल्म ‘डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ के विजुअल इफेक्ट्स सुपरवाइडर जैनेक सिर्स अद्भुत प्रतिभाशाली हैं। दर्शकों ने अब तक रिलीज हुए ट्रेलर्स में उनके कौशल की झलकियां देख ही ली हैं। फिल्म के कुछ दृश्यों में समय यात्रा के जो किस्से हैं, वे दर्शकों को हिलाकर रख देने वाले हैं। और, मुझे लगता है कि इन दृश्यों को दोबारा देखने के लिए दर्शक सिनेमाघरों में बार-बार आने वाले हैं। वास्तविक सेट, असली जैसा वातावरण और उसमें स्पेशल इफेक्ट्स, ये मिश्रण बहुत मजा देने वाला है। इस बार कल्पनाओं की उड़ान भी गगनचुंबी है। मैं तो इसी बात पर मोहित हो गया कि इन लोगों ने फिल्म के कुछ किरदारों को 20 मंजिला इमारत जितना बड़ा बनाया। उनका मेरे किरदार के साथ द्वंद्व कराया। फिल्म में ऐसे ऐसे दृश्य हैं कि कई बार तो मुझे भी अचरज होता था कि आखिर ये सब होगा कैसे? यकीन मानिए ये सब पर्दे पर होते हुए देखने के लिए मैं भी दर्शकों जितना ही उत्सुक हो रहा हूं।