नई दिल्ली (एजेंसी)। पिछले दिनों बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले पर आरएसएस का बयान सामने आया है। कर्नाटक के धारवाड़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी समिति की तीन दिवसीय बैठक में हिंदुओं पर हुए हमले को साजिश करार दिया गया। आरएसएस का कहना है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों का सफाया और उन्हें बेदखल करने की कोशिश की जा रही है। हिंदुओं पर हमला एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया था। जानबूझ कर फर्जी खबरें चलाई गईं और धार्मिक संघर्ष पैदा किया गया था। आरएसएस ने संयुक्त राष्ट्र व मानवाधिकार आयोग पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया। आरएसएस का कहना है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले पर यूएन चुप रहा।
पास किया गया प्रस्ताव
आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी समिति की बैठक में प्रस्ताव पास करते हुए ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी अरुण कुमार ने बताया कि संघ की मांग है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों की जांच की जाए और इसमें जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि विश्व में बसे हिंदुओं की सुरक्षा के लिए वह कदम उठाए और बांग्लादेश सरकार से भी इस संबंध में बात करे।
दुर्गा पंडालों को बनाया गया था निशाना
बांग्लादेश में दुर्गा पंडालों पर निशाना बनाया गया था। अलग-अलग जगह पर उपद्रवी भीड़ ने दुर्गा पंडालों पर हमला किया कर दिया था। इस दौरान हुई गोलीबारी में चार हिंदुओं की मौत हो गई थी, वहीं सैंकड़ों लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा इस्कॉन मंदिर पर भी हमला हुआ था। इस हमले में एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी।

50 से ज्यादा घरों मं लगाई गई थी आग
बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों में भी आग लगा दी गई थी। इस्कॉन मंदिर पर हमले के कुछ दिन ही बाद भीड़ ने हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया था। करीब 50 से ज्यादा हिंदू घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस दौरान करीब 20 हिंदू घर पूरी तरह जल गए थे।




