चंडीगढ़ (एजेंसी)। टोक्यो ओलंपिक में हॉकी टीम की शानदार जीत से टीम में शामिल खिलाड़ी मालामाल हो गए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को एलान किया कि हॉकी टीम में शामिल हरियाणा के दोनों खिलाडिय़ों को ढाई-ढाई करोड़ रुपये और ग्रुप बी की नौकरी दी जाएगी। उन्हें खेल विभाग में सीनियर कोच के पद पर नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा दोनों खिलाडिय़ों को एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) प्लॉट रियायती दरों पर दिए जाएंगे। गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। हॉकी टीम में सोनीपत के सुमित कुमार और कुरुक्षेत्र के सुरेंद्र कुमार शामिल हैं।
सोनीपत के गांव कुराड़ के प्रतिभाशाली हॉकी खिलाड़ी सुमित के भाई अमित ने बताया कि उनकी मां दर्शना देवी का निधन छह माह पहले हो गया था। सबसे छोटा होने के कारण सुमित मां का सबसे अधिक लाडला रहा। वह भी मां पर जान छिड़कता था। मां की मौत के बाद वह काफी आहत हो गया था। वह मां की फोटो लगी लॉकेट को हमेशा अपने गले में रखता है। उसने मां की कानों की बालियों से लॉकेट बनवाया था। उसी लॉकेट को वह मां का आशीर्वाद मानता है। बेटे की जीत पर परिवार ने घेवर बांटकर खुशी मनाई।
इससे पहले हॉकी टीम की जीत और उसमें पंजाब के खिलाडिय़ों के शानदार प्रदर्शन से खुश पंजाब के खेल मंत्री राणा सोढी ने एलान किया था कि उनकी सरकार पदक विजेता हॉकी टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को एक-एक करोड़ रुपये देगी। भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल बाद वो करिश्मा कर दिखाया जिसका इंतजार हर भारतीय को था। हालांकि ये इंतजार पंजाब और हरियाणा में ज्यादा था क्योंकि टीम में इन प्रदेशों का ही दबदबा है। गुरुवार सुबह जैसे ही टीम ने जर्मनी को मात दी, दोनों प्रदेशों में जश्न शुरू हो गया। मैच में शुरुआत में पिछडऩे के बाद भारत ने जोरदार वापसी की और जर्मनी के खिलाफ मैच को 5-4 से जीत लिया। इससे पहले आखिरी बार हॉकी में टीम इंडिया ने 1980 में ओलंपिक मेडल जीता था।





