नईदिल्ली (एजेंसी)। देश में कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने आवश्यक कोविड-19 दवाओं जैसे रेमडेसिविर और फेविपिराविर का 30-दिवसीय बफर स्टॉक करने का निर्णय लिया है। मीडिया रिपोट्र्स की मानें तो जीवन रक्षक दवाओं के अलावा सरकार पैरासिटामॉल, एंटीबायोटिक दवाएं और विटामिन जैसी सामान्य दवाओं व सप्लीमेंट्स को फिर से संचित कर रही है।
मीडिया सूत्र के अनुसार केंद्र तीसरी लहर से पहले रेमेडिसविर की पांच मिलियन शीशियों की खरीद करने की योजना बना रहा है। बेहतर यह है कि इस बार सरकार अग्रिम भुगतान कर रही है। सरकार रेमडेसिविर, फेविपिराविर सरीखी दवाओं का स्टॉक बना रही है, ताकि दूसरी लहर जैसी हालत ना पैदा हो।
तीन हफ्ते बाद आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुख्य संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. समीरन पांडा ने यह आशंका जताते हुए कहा, अगस्त से देश में कोरोना की तीसरी लहर दिखाई दे सकती है। पांडा ने गणितीय आकलन के आधार पर आशंका जताई है कि आगामी लहर में रोजाना के मामलों में करीब 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो सकती है। अगस्त में आने वाली लहर के दौरान रोजाना एक लाख से अधिक मामले सामने आ सकते हैं। इससे पहले कोरोना टीके पर बनी पैनल के प्रमुख डॉ. वीके पॉल ने भी कहा था कि देश के लिए आगामी 100 से 125 दिन सबसे कठिन हैं, क्योंकि इन्हीं दिनों में टीकाकरण को 50 से 60 फीसदी पार ले जाना है और इसी अवधि में नई लहर को फैलने से रोकना भी है।
