नई दिल्ली (एजेंसी)। नाइजीरिया ने ट्विटर को अनिश्चित काल के लिए बैन कर दिया है तो भारतीय सोशल मीडिया कंपनी Koo मौके का फायदा उठाने में जुट गई है। कू के सह-संस्थापक अपरामेया राधाकृष्णा ने शनिवार को ट्विटर पर कहा कि उनका प्लैटफॉर्म नाइजीरिया में उपलब्ध है और वहां की स्थानीय भाषा में भी सेवा देने पर विचार कर रही है। बेंगलुरु आधारित कंपनी की माइक्रोब्लॉगिंग साइट को भारत में भी ट्विटर के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
राधाकृष्णा ने ट्वीट किया, ‘@kooindia नाइजीरिया में भी उपलब्ध है। हम वहां स्थानीय भाषा को भी लागू करने पर विचार कर रहे हैं। क्या कहेंगे? नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी का ट्वीट हटाए जाने के बाद अफ्रीकी देश ने ट्विटर पर अनिश्चितकाल के लिए बैन लगा दिया। इस पोस्ट में उन्होंने क्षेत्रीय अलगाववादियों को चेतावनी दी थी।
@kooindia is available in Nigeria. We're thinking of enabling the local languages there too. What say? pic.twitter.com/NUia1h0xUi
— Aprameya 🇮🇳 (@aprameya) June 5, 2021
नाइजीरिया में ट्विटर पर यह बैन ऐसे समय पर लगा है जब कंपनी का भारत में भी नए आईटी नियमों को लेकर सरकार के साथ टकराव चल रहा है। भारत सरकार ने शनिवार को ट्विटर को आखिरी मौका देते हुए कहा कि उसे हर हाल में नियमों को लागू करना होगा नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहे। इस बीच केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने Koo पर अपना उकाउंट बना लिया है।
पिछले महीने कू के सह-संस्थापक राधाकृष्णा ने कहा था कि उनकी कंपनी फंड एकत्रित करने के लिए निवेशकों के साथ संपर्क में है और 3-4 महीने के भीतर डील हो सकती है। ट्विटर के इस प्रतिद्वंदी के यूजर्स में काफी इजाफा हुआ है, लेकिन यह उससे काफी पीछे है।
