भिलाई। रावघाट के बफर जोन क्षेत्र में अस्पतालों, डॉक्टरों और अन्य पैरामेडिकल सुविधाओं की तथा स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने इस कमी को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में निर्बाध व नि:शुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए रामकृष्ण मिशन आश्रम के साथ सहयोग से मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट का संचालन कर रही है।
बीएसपी के रावघाट परियोजना के तहत बफर जोन के 22 गांवों के लोगों तक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु तहत सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के आर्थिक सहयोग से रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर द्वारा मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट संचालित किया जा रहा हैं। इस मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट से अप्रेल, 2021 में इस क्षेत्र के 22 गांव लाभान्वित हुए। जिसमें नारायणपुर जिले के 12 गांव शामिल हैं, जिनमें प्रमुख है- बिंजली, खडकागाँव, केरलापाल, खैराभाट, खोडगाँव, अंजरेल, परलभाट, सूपगाँव, भरंडा, टेमुरगाँव, कन्हेरा एवं गुरिया, तथा साथ ही कांकेर जिले के 10 गाँव शामिल हैं, जिनमें प्रमुख है-कोलर, मंगतासलेभाट, फूलपाड़, भैसगाँव, आतुरबेड़ा, गोटिया, सर्गीपाल, कुम्हारी, पदरगाँव एवं तालाबेड़ा आदि। इन गाँवों के लगभग 400 मरीजों ने अप्रेल माह में इस सुविधा का लाभ उठाया। सप्ताह के प्रत्येक दिन विभिन्न गांवों में पहुंचकर लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी है।
विदित हो कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के रावघाट खनन परियोजना क्षेत्र के आसपास के 22 बफर जोन के गांवों में बसे आबादी को निर्बाध व निषुल्क मोबाइल चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए 25 मार्च 2021 को सेल-भिलाई स्टील प्लांट और रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस समझौते के अनुरूप आज दिनांक 2 अप्रेल, 2021 को बिंजली गाँव से मोबाईल डिस्पेंसरी यूनिट का शुभारम्भ किया गया था। सेल-भिलाई स्टील प्लांट और रामकृष्ण मिशन आश्रम के बीच 15 वर्षों के लिए हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 से रावघाट माइंस के बफर जोन के गांवों में मुफ्त और निर्बाध चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान किया जा रहा है।
रामकृष्ण मिशन आश्रम में रावघाट मोबाइल चिकित्सा सेवाओं के चिकित्सा/स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों के लिए आवास सुविधा के निर्माण के लिए तथा सुसज्जित बस या उपयुक्त वाहन की खरीद एवं अन्य आवश्यक बुनियादी ढाँचा के विकास के लिए होने वाले खर्च को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा प्रदत्त अनुदान से किया जाएगा। सेल-बीएसपी आवर्ती व्यय के लिए अनुदान भी प्रदान करेगा। आज हस्ताक्षरित एमओयू 15 वर्षों की प्रारंभिक अवधि के लिए किया गया है।
ज्ञात हो कि विभिन्न चरणों में वानिकी और पर्यावरण मंजूरी के बाद, खनन पट्टे को 2009 में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र को प्रदान किया गया था। सेल-बीएसपी इस क्षेत्र की आबादी के लिए विभिन्न सीएसआर गतिविधियों को बखूबी अंजाम दे रहा है। सेल-बीएसपी विशेष रूप से 22 बफर जोन गाँवों में रहने वाले निवासियों को शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर रहा है। उल्लेखनीय है कि 1985 में स्थापित, रामकृष्ण मिशन आश्रम अबुझमाड़ के जंगलों में एक बड़े क्षेत्र में फैले आदिवासी आबादी की सेवा कर रहा है।
रावघाट में संचालित मोबाईल डिस्पेंसरी से सैकड़ों हो रहे लाभान्वित… 22 गांवों में पहुंचा रहे चिकित्सा सुविधा




