नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कोविड-19 से जान गंवाने वाले शिक्षक श्योजी मिश्रा के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवार का हाल जाना और उन्हें एक करोड़ रुपये की सहायता राशि का चेक भी सौंपा। इस दौरान केजरीवाल ने दिवंगत शिक्षक मिश्रा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। केजरीवाल ने बताया कि कोरोना ड्यूटी के दौरान मिश्रा भी कोरोना संक्रमित हो गए थे। हालत अधिक बिगडऩे के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका और वह शहीद हो गए थे, लेकिन उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक दिल्ली के नागरिकों की सेवा की। दिल्ली सरकार ऐसे फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को सलाम करती है, जिन्होंने दिल्ली के नागरिकों की अथक सेवा की है।
आज, दिल्ली सरकार की ओर से, मैंने शिक्षक श्योजी मिश्रा के परिवार के सदस्यों को 1 करोड़ रुपये का चेक सौंपा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक लोगों की सेवा करते रहे। उन्होंने कहा कि पैसों से किसी के जीवन की कीमत नहीं लगाई जा सकती, लेकिन मुझे उम्मीद है कि इस वित्तीय सहायता से उनके परिवार को कुछ मदद मिलेगी।
माननीय मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal जी ने कोरोना वॉरियर स्व. श्री शिवजी मिश्रा जी के परिवार से मिलकर उन्हें 1 करोड़ रुपए की सम्मान राशि का चेक सौंपा।
— CMO Delhi (@CMODelhi) May 20, 2021
स्व. श्री शिवजी मिश्रा जी स्कूल टीचर थे, ड्यूटी के दौरान उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ जिसके बाद उनका निधन हो गया था। pic.twitter.com/P7ZJ5jyWLa
इस दौरान मीडिया द्वारा ब्लैक फंगस को लेकर सवाल किए जाने पर केजरीवाल ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो हम दिल्ली में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करेंगे। हमें उम्मीद है कि केंद्र हमें पर्याप्त संख्या में ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन उपलब्ध कराएगा। हमने डॉक्टरों की एक टीम बनाई है जो प्रभावित मरीजों को एसओपी के अनुसार इंजेक्शन देगी। कल उन्हें इंजेक्शन को लेकर विभिन्न अस्पतालों से 84 आवेदन प्राप्त हुए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम अब दिल्ली में अपने ऑक्सीजन प्लांट लगाने के बारे में सोच रहे हैं। दिल्ली के अंदर अब 1-2 दिन की वैक्सीन बची है।
गौरतलब है कि इससे पहले 13 मार्च को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शनिवार को कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले हिंदू राव अस्पताल के लैब टेक्नीशियन राकेश जैन के परिवार को भी एक करोड़ रुपये की राशि का चेक सौंपा था। इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा था कि हम उनके बड़े बेटे को दिल्ली सरकार में नौकरी भी देंगे। पिछले एक साल में बड़ी संख्या में डॉक्टर, नर्सें और अन्य स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स कोरोना संक्रमण से संपर्क आए हैं, और उनमें से कुछ की मौत भी हो गई है।





