ग्वालियर (एजेंसी)। मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित जयारोग्य अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। परिसर में बने कमलाराजा चिकित्सालय में ऑक्सीजन खत्म होने से पांच मरीजों की मौत हो गई। यह घटना तब हुई अस्पताल से मात्र 100 मीटर ऑक्सीजन से भरा टैंकर खड़ा हुआ था। दम तोडऩे वाले पांचों मरीज नॉन-कोविड थे और कमलाराजा की तीसरी मंजिल पर भर्ती थे। मंगलवार सुबह 11 बजे जब ऑक्सीजन फ्लो कम होने लगा तो चिकित्सालय में अफरातफरी मच गई। जूनियर डॉक्टरों और नर्सों ने अंबू बैग और दूसरे वार्डों से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर मरीजों की जान बचाने के प्रयास किए, लेकिन एक घंटे में तीन मरीजों की सांसें टूट गईं।
मरीजों के परिजन हुए आग बबूला
मरीजों की मौत के बाद उनके परिजनों ने आपा खो दिया। उनका गुस्सा देखकर डॉक्टर और नर्स जान बचाकर वहां से भाग गए। हैरानी की बात है कि जयारोग्य परिसर में सुबह 8 बजे ही ऑक्सीजन टैंकर आ गया था, लेकिन 100 कदम दूर कमलाराजा को इसमें से एक टन भी गैस नहीं दी गई। जब मरीज मर रहे थे, उस वक्त टैंकर परिसर में ही खड़ा था।
कांग्रेस विधायक पहुंचे और भरवाई ऑक्सीजन
पांच मौतों के बाद दोपहर 12 बजे कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक और ग्वालियर पूर्व सीट से विधायक डॉ. सतीश सिकरवार भी पहुंच गए। उन्होंने टैंकर प्लांट पर बुलवाया और ऑक्सीजन भरवाई। दोपहर करीब 12:30 बजे सप्लाई बहाल हो सकी।