नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में कोरोना की दूसरी लहर बहुत तेजी से फैल रही है। इस दौरान कोरोना वायरस इतना भयावह हो गया है कि स्वास्थ्य सिस्टम पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। देश में ऑक्सीजन, ऑक्सीजन सिलिंडर के उपकरण और आईसीयू बिस्तरों की किल्लत हो गई है। वहीं दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर फैली हुई है और इसने राजधानी में कोहराम मचा दिया है।
सोशल मीडिया बनी राष्ट्रीय हेल्पलाइन
कोरोना के भयानक दौर में सोशल मीडिया नई राष्ट्रीय हेल्पलाइन बनी है, जहां से जनता ने ही जनता की मदद एसओएस मैसेज भेजकर की है। दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले शारिख हुसैन का पिछले दस दिनों से फोन पर कॉल आना बंद नहीं हो रहा है, क्योंकि ये लोगों को मुफ्त में ऑक्सीजन की सप्लाई कर रहे हैं।
ऑक्सीजन की मुफ्त सप्लाई करने वाले शारिख का कहना है कि हर दिन 500-700 लोगों को ऑक्सीजन सिलिंडर भर कर दिया जा रहा है। शारिख कहते हैं कि उनके यहां नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और बुलंदशहर से लोग आ रहे हैं। उनका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करना है। हुसैन का कहना है कि उन्हें दिल्ली पुलिस से भी कॉल्स आती हैं और फोन पर बात करने के अलावा उनके घर के बाहर 100-200 लोग खड़े रहते हैं। इस दौरान हुसैन रोजा भी रख रहे हैं।
दिल्ली में शख्स ने चलाई मॉम्स किचन
इसके अलावा दिल्ली के 26 साल के शुभम चावला अपनी मां और भाई के साथ मिलकर मॉम्स किचन चला रहे हैं, ताकि कोविड मरीजों को मुफ्त में खाना दे सकें। शुभम चावला का कहना है कि उनके साले और दादी को कोरोना हुआ था। उन दोनों की स्थिति बेहद गंभीर थी और लंबे समय तक हमें कोई बिस्तर नहीं मिला था। काफी कोशिशों के बाद हमें बिस्तर मिला और वो दोनों अस्पताल में भर्ता हुए। इसके बाद शुभम ने ठान लिया कि वो किसी ना किसी तरह से कोविड मरीजों की मदद करेंगे और इसके बाद उन्होंने मॉम्स किचन की शुरुआत की।

ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति कर रहीं सामाजिक कार्यकर्ता
इसके अलावा बाल अधिकार सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और एसओएस मैसेज के जरिए लोगों की मदद कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता खुद से अस्पताल जाते हैं और बेड की उपलब्धता देखते हैं। उन्होंने आगे बताया कि हम ऑक्सीजन सिलिंडर इक_े कर रहे हैं और जरूरतमंद लोगों को दे रहे हैं।




