भिलाई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में कैरिज एवम वैगन बीएमवाई के ब्रेकडाउन यूनिट में 140 टन ब्रेक डाउन रेल के्रन दुर्घटना राहत ट्रेन का अभिन्न अंग है। रेलवे लाईन में अद्भुत कार्य करने की क्षमता इसकी विशेषता है। रेलवे में आधुनिकीकरन के दौर में दुर्घटना में क्षतिग्रस्त भारी मॉल वाहक वैगन, भारी इंजनों को ट्रैक से हटाने में सक्षम व दुर्घटना स्थल पर शीघ्र गति से पहुचने की आवश्यकता अनुसार पुराने डीजल क्रेन के विकल्प के रूप में सन 1994 में देश में निर्मित एक आधुनिक डीजल हाइड्रोलिक 140 टन रेल क्रेन को भिलाई के दुर्घटना राहत ट्रैन में शामिल किया गया। 140 टन क्रेन रेल इंजन कारखाना जमालपुर द्वारा निर्मत देश का पहला (किट) क्रेन है। इसके निर्माण में उपयोग लोहे के प्लेट भिलाई में निर्मित है।
भिलाई में ब्रेक डाउन का भाप इंजन से चलने वाले क्रेन के समय से गौरव शैली इतिहास है। जिसे सन 2011 से भिलाई मार्शल्लिंग यार्ड के नवनिर्मित डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रिड में स्थापित किया गया । डिजास्टर मेनेजमेन्ट ग्रिड बी ?म वाई में वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियन्ता (समन्वय) रायपुर श्री एस के सेनापति के मार्गदर्शन में 140 टन क्रेन, दुर्घटना राहत ट्रैन के रख रखाव व त्रुटिरहित परिचालन के लिए डीएस ध्रुव एसएसई (ब्रेक डाउन) व कार्यकुशल में दक्ष विशेष रेल कर्मियों द्वारा किया जाता है। किसी भी परिस्तिथि में आदेश प्राप्त होते ही डी एम ग्रिड साइडिंग से क्रेन दोनों दिशा में चलने को हमेशा तैयार रहता है। यह दुर्घटना राहत रेल क्रेन भारी होने के साथ 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दुर्घटना स्थल की ओर रवाना किया जा सकता है दुर्घटना राहत ट्रेन में नामित कर्मचारी व् क्रेन कर्मी दल के रेल कर्मी 24 घण्टे किसी भी विशेष परिस्तिथि में तुरन्त अपनी सेवाएं देने के लिए उपलब्ध रहते है रेलकर्मी सायरन के कोड अनुसार निर्धारित समय में उपस्थित हो जाते हैं ।
140 टन हाइड्रोलिक ब्रेकडाउन क्रेन के दुर्घटना राहत ट्रैन में शामिल होने के बाद से राहत मरमत व् वापसी के कार्य में सार्थक तेजी आई है। बड़ी ट्रैन दूर्घटना में जल्द से जल्द घटना स्थल पर पहुचने से मरमत व् वापसी के कार्य में गतिशीलता आती है जिससे बचाव व् राहत कार्य में लगने वाले समय में महत्त्वपूर्ण कमी हुई है, जिससे रेल ट्रैफिक परिचालन को कम से कम समय में पुर्नस्थापित कर महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है पिछले 25 वर्षों से अनवरत सेवा दे रहे इस क्रेन ने निर्धारित अपनी सीमा (दाधापारा से डोंगरगढ़ और लाखोली) के मध्य व् पड़ोसी मंडलो में विपरीत परिस्थियों में (आवश्यकतानुसार) दुर्घटना राहत में अभूतपूर्व कार्य किया है ।
दुर्घटना राहत के अलावा ब्रेकडाउन क्रेन का उपयोग जनकल्याणकारी सुविधाओं के निर्माण कार्य में भी किया जाता है जैसे करोना काल में मंदिर हसौद की फुट वोहर ब्रिज की लांचिंग व् रायपुर मंडल के अलग अलग खण्डों में 5 स्थानों पर वे ब्रिज स्लैब की स्थाप, 12 नग पुराने डीजल इंजन की ग्राउंडिंग प्रमुख कार्य है। 140 टन ब्रेक डाउन क्रेन दुर्घटना राहत में कार्यकरने के साथ साथ आवश्यकतानुसार रेलवे स्टेशन के पैदल पुल के लेटिस को रखने में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसका बहुमुखी उपयोग और कार्य करने की विविधता के कारण यह रेलवे का अत्यंत आवश्यक महत्त्वपूर्ण मशीन है। हाल ही में मंडल रेल प्रबंधक श्री श्याम सुंदर गुप्ता जी के द्वारा बी. एम. वाय. निरीक्षण के दौरान 140 टन क्रेन एवं राहत कार्यों में उपयोग होने वाले उपकरणों का निरिक्षण किया एवं कुशल कार्य तथा रख-रखाव के लिए यांत्रिक विभाग की प्रशंसा भी की थी।
ब्रेकडाउन रेल क्रेन: भिलाई के प्लेट से बना है यह के्रन…. दुर्घटना राहत में निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका




