भिलाई। सार्वजनिक क्षेेत्र के दो सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में दो दिनों के लिए बैंक युनियनों ने हड़ताल का ऐलान किया है। हड़ताल के कारण सोमवार को छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी बैंक बंद रहे। दुर्ग भिलाई सहित राजधानी रायपुर में सभी बैंक शाखाओं को बंद करने के बाद बैंक कर्मचारी-अधिकारी केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। बैंक कर्मियों ने सेक्टर-9 चौक से रैली निकाली। रैली के माध्यम से बंैक कर्मियों व अधिकारियों ने केन्द्र सरकार के निर्णय का पुरजोर विरोध किया। रैली के दौरान रास्ते भर नारेबाजी भी होती रही। इस रैली में सैकड़ों की संख्या में बैंक अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए। इसके बाद भिलाई में सेक्टर-1 एसबीआई के मेन ब्रांच के सामने प्रदर्शन किया गया। वहीं राजधानी रायपुर में मोतीबाग स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा के सामने बैंक अधिकारी व कर्मचारी जमा हुए। इस दौरान केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर निजीकरण का फैसला वापस लेने की मांग की। बैंकों की यह हड़ताल मंगलवार को भी जारी रहेगी।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन के नेतृत्व में देश भर में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर हैं। छत्तीसगढ़ में 2500 से अधिक बैंक शाखाओं के करीब 20 हजार कर्मचारी-अधिकारी इस हड़ताल में शामिल हैं। बैंक युनियनों का कहना है कि सरकार ने कहा है कि वह दो बैंकों का निजीकरण करेगी। सरकार ने उन बैंकों का नाम भी नहीं बताया है। हम बैंकों के इस निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। सरकार अगर राष्ट्रीयकृत बैंकों का निजीकरण करती है तो यह क्षेत्र भी महाजनों के हाथ में चला जाएगा। यह स्थिति बैंक कर्मचारी और उपभोक्ता दोनों के हितों के खिलाफ है।
हड़ताल में बैंकों के ये संगठन हैं शामिल
निजीकरण के खिलाफ इस हड़ताल में ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बैंक इम्प्लॉइज कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशल बैंक एम्पलाईज फेडरेशन, इंडियन नेशनल बैंक आफीसर्स कांग्रेस, नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स, और नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक आफीसर्स शामिल हैं।
निजीकरण का विरोध में दो दिन की बैंक हड़ताल: प्रदेश के सभी सरकारी बैंक बंद…. भिलाई में बैंक युनियनों ने निकाली रैली




