भिलाई। देशभर में शनिवार से कोरोना के खिलाफ सबसे बड़ेे टीकाकरण का आगाज हो जाएगा। छत्तीसगढ़ सहित देश भर में सीरम इंस्टीट्यूट में निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन देने की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 99 केन्द्र बनाए गए हैं। बात करें दुर्ग जिले की तो यहां 13 केन्द्रों में कोरोना वैक्सीनेशन होगी। दुर्ग जिले के लिए कुल 10260 डोज वैक्सीन उपलब्ध कराया गया है। शनिवार को पांच केन्द्रों में और उसके बाद 18 से 30 जनवरी तक जिले के 13 केन्द्रों में कोविशील्ड लगाई जाएगी। इसे लेकर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है। शुक्रवार को जिला कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने इस संबंध में प्रेसवार्ता लेकर जानकारी दी।
प्रेसवार्ता में कलेक्टर सर्वेश्वर भुरे ने जानकारी देते हुए बताया कि 16 जनवरी को प्रत्येक चयनित केन्द्र में 100 कोरोना वारियर्स को वैक्सीन लगाया जाएगा। पहले दिन कोरोना वारियर्स को वैक्सीन लगाने के लिए 5 केन्द्र चयनित किए हैं जिसमें जिला चिकित्सालय दुर्ग, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल जुनवानी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नगपुरा और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बैकुंटधाम शामिल हैं। कलेक्टर भुरे ने बताया कि प्रत्येक केन्द्र में पांच पाच सदस्य रहेंगे जो वैक्सीनेशन का काम पूरा करेंगे। इसमें पहले जांच होगी इसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन ऑफिसर, सहयोगी व निगरानीकर्ता शामिल होंगे।
18 जनवरी से इन केन्द्रों में होगी वैक्सीनेशन
प्रेसवार्ता में कलेक्टर भुरे ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 जनवरी से 30 जनवरी तक कोरोना वारियर्स को वैक्सीन लगाने के लिए 13 केन्द्र चयनित किए गए हैं। इनमें जिला चिकित्सालय दुर्ग, पं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र सेक्टर-9, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल जुनवानी, चंदुलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कचांदुर, सिविल अस्पताल सुपेला, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाटन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झीट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र धमधा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अहिवारा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुम्हारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र निकुम व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतई शामिल हैं।
सभी केन्द्रों में चिकित्सकों की ड्यूटी
प्रेसवार्ता में कलेक्टर भुरे ने बताया कि वैक्सीन लगने के बाद आधा घंटे तक आब्जर्वेशन में रखा जाएगा। प्रत्येक वैक्सीनेशन केन्द्र में एआईएफआई उपचार केन्द्र स्थापित किया गया है। किसी भी प्रकार की विपरीत प्रतिक्रिया होने पर उनकी जांच की जाएगी। इसके लिए सभी केन्द्रों में चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रेसवार्ता के दौरान कलेक्टर ने काविशील्ड वैक्सीन निर्माण के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी।
कल से शुरू होगा छत्तीसगढ़ सहित देश का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान…. दुर्ग जिले में कोविशील्ड के 10260 डोज वैक्सीन लगाने 13 केन्द्र चयनित
