लखनऊ (एजेंसी)। सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या के धन्नीपुर गांव में मिली जमीन में से 4 एकड़ में बनने वाले सुपर स्पेशियलिटी चैरिटी अस्पताल, इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, म्यूजियम और कम्युनिटी किचन का नक्शा तैयार हो गया है।
अस्पताल की इमारत आधुनिक शैली में बने शॉपिंग मॉल की तरह खूबसूरत होगी। इसका नाम वर्ष 1857 के क्रांतिकारी मौलवी अजीमुल्ला, मौलाना अब्दुल बारी फरंगी महली या हकीम अजमल खां के नाम पर हो सकता है।
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के मुताबिक इस चैरिटी अस्पताल में किडनी, हार्ट जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज बेहद कम खर्च में किया जाएगा जिससे अयोध्या व आसपास के लोगों को इलाज के लिए लखनऊ और दिल्ली के चक्कर न लगाना पड़े। अस्पताल में 150 से 200 बेड की सुविधा होगी।
ट्रस्ट ने मस्जिद के साथ ही अस्पताल, रिसर्च सेंटर व कम्युनिटी किचन का नक्शा तैयार करने की जिम्मेदारी जामिया मिल्लिया इस्लामिया में आर्किटेक्चर विभाग के अध्यक्ष प्रो. एसएम अख्तर को दी थी। सूत्रों के मुताबिक सभी इमारतों का नक्शा तैयार हो चुका है, लेकिन ट्रस्ट इसका खुलासा नहीं कर रहा है।
साझी विरासत की दिखेगी झलक
इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर और म्यूजियम में हिंदुस्तान की साझी विरासत की झलक दिखेगी। वर्ष 1857 के क्रांतिकारियों के साथ ही कबीर, रहीम, रसखान, अमीर खुसरो आदि की भी जानकारी होगी। वहीं महात्मा गांधी के करीबी मौलाना अब्दुल बारी फरंगी महली से भी रूबरू कराया जाएगा।





