निरीक्षण कर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने अन्य कार्यों के लिए दिये निर्देश
भिलाई। भिलाई- 3 का गौरव जनता स्कूल का एक हिस्सा अब छात्रों की पढ़ाई के लिए तैयार हो गया है। इसके जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हुआ है। इस स्कूल में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया गया है। लैब बनाये गए हैं और लाइब्रेरी भी बनाई गई है। इसके निर्माण में सबसे खूबसूरत पक्ष यह है कि किसी भी पेड़ को काटा नहीं किया गया है। पोर्च जरूर बनाया गया है। पोर्च के भीतर पेड़ शान से खड़े हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज स्कूल का निरीक्षण किया।
बता दें कि अंचल के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक माना जाने वाले जनता स्कूल मध्यप्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल श्री पट्टाभी सीतारमैया जैसी अनेक गणमान्य हस्तियों का स्वागत कर चुका है। अनेक प्रतिष्ठित लोगों ने यहां से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की और आज ख्याति अर्जित कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर भुरे ने कहा कि यहां अच्छा काम हुआ है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि अन्य स्कूलों का भी जीर्णोद्धार हो रहा है। उनमें भी इस स्कूल में किये गए कार्यों से प्रेरणा ले सकते हैं। निगम आयुक्त श्री कीर्तिमान राठौर ने स्कूल में भविष्य के लिए प्रस्तावित अन्य कार्यों के संबंध में भी जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि स्कूल की बेहतरी के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल भी इस मौके पर उपस्थित थे।
पाटन में भी निर्माण कार्य आरंभ
कलेक्टर पाटन भी पहुंचे और यहां इंग्लिश मीडियम स्कूल के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आर्किटेक्ट में अनूठे प्रयोग कर सुंदर और कम कीमत वाली टिकाऊ इमारतें बनाई जा सकती हैं। पाटन के स्कूल के निर्माण में जिले के, रायपुर के और प्रदेश के अन्य स्कूलों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि जो सबसे अच्छे नवाचार किये जा रहे हैं वे यहां करें। स्कूल न केवल पढऩे के मामले में अग्रणी हो अपितु खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों के मामले में भी अग्रणी हो। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए खेल के कार्नर बनायें। सांपसीढ़ी जैसे अनूठे गेम आदि रखें। स्कूल आने का बच्चों का अनुभव अद्भुत हों जैसे वो किसी नई दुनिया में आए हों। उन्होंने कहा कि अच्छे टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति के साथ ही अधोसंरचना के क्षेत्र में भी पहल की गई है। जिस तरह के नवाचार भी अपनाना चाहें जिससे बच्चों के सीखने की क्षमता बढ़े, उसे अपनाया जाएगा। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि सेक्टर 6 स्कूल में साइंस लैब बहुत बढिय़ा बनाया गया है। जब इस स्कूल का लैब तैयार करें तो सेक्टर 6 स्कूल में किये गए कार्यों से भी प्रेरणा ले सकते है।