बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है। डीआरजी बीजापुर और सीआरपीएफ 85वीं बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में 3 लाख रुपये के इनामी जनमिलिशिया कमांडर शंकर कुरसम को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी पेद्दापाल और हिरमागुंडा के मध्य जंगल से की गई। शंकर कुरसम 36 वर्ष निवासी इसुलनार, थाना बीजापुर, लंबे समय से नक्सल संगठन में सक्रिय था और कई गंभीर घटनाओं में शामिल रहा है।
गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ बीजापुर थाना क्षेत्र में प्रमुख रूप से 23 दिसंबर 2023 ग्राम मनकेली में छोटू कुरसम की हत्या, 25 दिसंबर 2023 गोरना-मनकेली मार्ग पर आईईडी ब्लास्ट, जिसमें डीआरजी का एक जवान घायल हुआ, 24 मार्च 2024 अटल आवास परिसर में डीआरजी जवान पर फायरिंग, 09 अप्रैल 2025 सिंगार बहार नाला के पास आईईडी विस्फोट, जिसमें सीआरपीएफ 196 बटालियन का एक जवान गंभीर रूप से घायल हुआ और बाद में शहीद हो गया। इसके अतिरिक्त, 29 जुलाई 2025 को पेद्दाकोरमा-बोड़ला पुसनार जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में भी शंकर कुरसम की संलिप्तता पाई गई है। शंकर कुरसम की गिरफ्तारी पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 3 लाख और पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 10 हजार का इनाम घोषित था। गिरफ्तार नक्सली को थाना कोतवाली बीजापुर में वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायिक रिमांड पर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।