भिलाई। मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में पिछले दिनों दुर्ग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार की गई केरल की ननों की रिहाई हो गई है। दोनों ननें 9 दिनों से दुर्ग जेल में बंद थी जिनकी जमानत पर शनिवार को एनआईए कोर्ट में सुनवाई हुई। दुर्ग सेंट्रल जेल के महिला बंदी प्रकोष्ठ के पास सीपीआई सांसद पी. संदोष कुमार और केरल भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर और अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया।
मानव तस्करी और धर्मातरण के मामले में दुर्ग केंद्रीय जेल में बंद केरल की दो ननो को आज बिलासपुर एनआईए कोर्ट से जमानत मिल दे दी है। ननों को जमानत मिलने की खुशी में केरल के सांसद और विधायको के द्वारा जेल के बाहर मिठाई बांटकर खुशियां मनाई गई। वहीं ननों से मिलने के लिए केरल के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर शनिवार को दुर्ग जेल पहुंचे। जब दोनो नन को महिला बंदी गृह से रिहा किया।तब प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर दोनो नन को अपने साथ इनोवा कार में बिठाकर रायपुर रवाना हो गए।
जानिए क्या था मामला?
बता दें यह पूरा मामला 25 जुलाई की है। दुर्ग रेलवे स्टेशन पर नारायणपुर निवासी तीन युवतियों को एक युवक रेलवे स्टेशन लेकर पहुंचा थे। जहां तीनों युवतियों को लेने के लिए दो नन पहुंची थी। इस बात की जानकारी बजरंग दल को लगी जिसके बाद वो दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचे और जमकर हंगामा किया। बजरंग दल ने ननों पर मानव तस्करी और धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत जीआरपी दुर्ग में की। इसके बाद जीआरपी ने दो ननों और युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था जहां जेल भेज दिया था। इसके बाद केरल से लेकर दिल्ली तक मामला उठा। केरल के विधायक सांसद दुर्ग पहुंचे और लोकसभा में भी ननों की गिरफ्तारी का मुद्दा गूंजा।





