भिलाई। सेव इंडियन फैमिली के दुर्ग-भिलाई इकाई टूरा फाउंडेशन द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन शिव मानस गणेश उत्सव समिति सेक्टर 10 के डोम शेड में कल आयोजित किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में सेक्टर 10 की पार्षद श्रीमती सुभद्रा सिंह मौजूद थी। सबसे पहले हमारे अध्यक्ष प्रवीण कालमेघ ने पार्षद को गुलदस्ता देते हुए उनका स्वागत किये।

तीन मोटर साइकिल चालकों का गर्म जोशी से स्वागत किया गया जिनका नाम डॉक्टर अमजद खान, संदीप पावर और गौरव मल्होत्रा जिनके नाम कई विश्व कीर्तिमान स्थापित है। इनके साथ ही विशाखापट्नम से बाइकर्स श्रीनिवास एवं नरेश भी जुड़ गए थे जिनका भी स्वागत किया गया। टूरा फाउंडेशन से यहाँ अध्यक्ष प्रवीण कालमेघ, सचिव अर्घो बिस्वास, कोषाध्यक्ष सौरभ बनर्जी, टेकराम वर्मा, देवेंद्र गुप्ता, अभिषेक यादव, द्वारिका साहू, तुलसी रेड्डी, लोकेश कुमार, इत्यादि उपलब्ध थे।

इस बाइक राइड का नाम राइड फॉर मैन कमीशन (क्रमांक-2) है। इस राइड का आयोजन पुरूषों के लिए काम करने वाली संस्थाएं मैन वैलफेयर ट्रस्ट और सेव इंडियन फैमिली मूवमेंट SIF है। SIF मूवमेंट भारत में 40 एनजीओ का संचालन करती है। वह पुरूषों के लिए 8882498498 निशुल राष्ट्रव्यापी हेल्पलाइन का संचालन भी करती है। पिछले साल इस राइड ने 36 से ज्यादा विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए थे।


यह राइड 31 मई को फरीदाबाद से चलकर 7 जून को भिलाई पहुंची, यह बाइकर भारत के 20 राज्यों से होकर 16000 किमी का लंबा सफर 36 दिन में पूरा करेगी। इस राइड का उद्देश्य देश में पुरूषों की बढ़ती आत्महत्याएं, पुरूषों के संरक्षण के लिए कानूनों का अभाव और देश में पुरूषों के मुद्दों के लिए पुरुष आयोग बनाने के लिए मांग करना है और सड़क सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करना है। इसके अलावा बाइक राइडर्स लोगों को सड़क पर सुरक्षित गाड़ी चलने पर भी जागरूक कर रहे हैं।

पार्षद सुभद्रा सिंह ने पहले तो सभी बाइकर्स का ज़ोर शोर से स्वागत किया। फिर उन्होंने इस जागरूकता अभियान की खुल के तारीफ की। उनका कहना है कि चाहे कोई भी समुदाय या जाती हो, न्याय में पक्षपात नहीं होना चाहिए। जब भी एक समुदाय या जेंडर की ओर कानून पक्षपाती होता है इससे समाज की ही अहित होती है। आजकल देखा गया है की पुरुष के खिलाफ किसी भी महिला के एक कंप्लेंट पर ही बिना किसी जांच के ही अरेस्ट करने की कोशिश की जाती है। इससे बेगुनाह पुरुषों एवं उनके परिवार को परेशानी का सामना करना पड़ता है एवं कई बार इससे लोग गलत कदम उठा लेते हैं। जैसा की NCRB डाटा के हिसाब से सालाना 1 लाख 20 हज़ार पुरुष आत्महत्या करते दिखते हैं, इससे जान पड़ता है की पुरुषो के लिए सोचने के लिए आयोग की ज़रूरत है। अत: सरकार को पुरुष आयोग बनाने की ओर विचार करना चाहिए।

टूरा फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रवीण ने मीडिया को अवगत कराया। भारत में जानवरों पेड़ पौधों के आयोग है, मगर 70 करोड़ पुरूषों के लिए कोई आयोग नहीं है। जिसके कारण हर 4.5 मिनट में एक पुरुष आत्महत्या कर रहे है और कोई आयोग मंत्रालय ना होने के कारण, पुरूषों के मुद्दों पर काम नहीं हो पा रहा है और आत्महत्याएं हर साल बढ़ते जा रहे । इसके अलावा आजकल ख़बरों में पतिओं एवं अन्य पुरुषों की हत्या करवा देने की ख़बरें रोज़ आते हैं। crime against men को अभी भी उस गंभीरता से नहीं लिया जाता जितना crime against women को लिया जाता है।
इसलिए यह बाइकर्स भी इसी मांग सरकार के सामने रखते हुए एवं पुरे देश में जागरूकता फ़ैलाने हेतु पुरे देश में बाइक राइड कर रहे हैं । पुरुष भी इस देश के नागरिक है उनके अधिकारो और उनकी कानूनी सुरक्षा को ध्यान रखते हुए पुरुष आयोग का गठन जल्द से जल्द होना चाहिए। इसके अलावा जितने भी एक पक्षीय कानून है उनको बदल कर लिंग तटस्थ करने की मांग भी रख रहे हैं।
अतुल सुभाष के मार्मिक आत्महत्या के बाद से खबरों के अनुसार पुरुषो के आत्महत्या एवं पुरुषों पर हो रहे अपराध की संख्या इस वेबसाइट पर अपडेट किया जाता है जो की सेव इंडियन फॅमिली मूवमेंट द्वारा संचालित किया जाता है।
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