भिलाई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT), भारत सरकार तथा जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र (DTIC), दुर्ग के सहयोग से ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस विषय पर बुधवार को एक महत्वपूर्ण कार्यशाला एवं फीडबैक सत्र का आयोजन जिला उद्योग केंद्र, दुर्ग में किया गया। वर्कशॉप में औद्योगिक भूमि आवंटन, सरकारी अनुमतियों की प्रक्रिया में सुधार, और ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के 14 प्रमुख मापदंडों पर विस्तृत चर्चा की गई।
उद्योग प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों को DPIIT एवं राज्य प्रशासन ने गंभीरता से लिया और उन्हें आगामी सुधारों में सम्मिलित करने का आश्वासन दिया। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ एवं उद्योग चेंबर भिलाई छत्तीसगढ़ को उद्योगों के लिए एक अधिक सरल, पारदर्शी और व्यापार-अनुकूल राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सत्र शासन और उद्योग के बीच संवाद को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ।

इस सत्र में DPIIT की केंद्रीय टीम के वरिष्ठ सलाहकार मनोज कुमार एवं संजय गुप्ता, तथा DTIC दुर्ग के अधिकारी तुषार (प्रबंधक), त्रिपाठी (मुख्य महाप्रबंधक) एवं साइमन एक्का उपस्थित रहे। इस आयोजन में राज्य के प्रमुख औद्योगिक संगठनों की भागीदारी रही। जिसमें अजय भसीन (राज्य महासचिव, छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़), गर्गी शंकर मिश्रा (जिला अध्यक्ष, भिलाई चैंबर), डॉ. जितेन्द्र प्रसाद गुप्ता (अध्यक्ष, उद्योग चेंबर भिलाई), भोलानाथ सेठ (कोऑर्डिनेटर, उद्योग चेंबर भिलाई) व अन्य प्रमुख उद्योगपति व व्यापारिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
