भिलाई। कार्तिक मास की पूर्णिमा हिन्दु धर्म की पवित्र तिथियों में से एक है। शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर तड़के शिवनाथ नदी सहित तालाबों में पुण्य स्नान व दीपदान करने श्रद्धालुओं की भीड़ रही। खासकर शिवनाथ नदी के महमरा एनिकेट के पास का नजारा तो देखते ही बनता था। हजारों की संख्या में महिला व पुरषों ने आस्था की डुबकी लगाई और देवों के नाम दीपदान की परंपरा भी निभाई। शिवनाथ नदी के तट पर तड़के चार बजे से दीपावली जैसा नजारा दिखा।
देशभर में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। दुर्ग भिलाई में भी आस्था के पर्व पर श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया। सुबह ब्रह्ममुहुर्त पर शिवनाथ में हजारों लोगों ने स्नान कर देवों के ना दीपदान किया। इस दौरान नदी तट पर मेले जैसा माहौल दिखा। नदी में चारों ओर दीपों की रोशनी अलग की दृष्य प्रस्तुत कर रहा था। शिवनाथ नदी के तट पर भीड़ ऐसी कि लोगों को पैर रखने की जगह नहीं मिल रही थी। स्नान के बीच तट पर ढोल बाजे की गूंज व आतिशबाजी का अद्भूत नजारा भी देखने को मिला। दीपदान के बाद नदी पर दोनों ओर स्थित शिवालयों में जल चढ़ाने श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
कार्तिक पूर्णिमा का है विशेष महत्व
हिन्दू पंचाग में कातिक मास का विशेष महत्व होता है। इस महीने विभिन्न पर्व मनाए जाते हैं। एक तरह से कार्तिक मास त्योहारों का महीना भी माना जाता है। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के बाद से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक देवता पांच दिन का उत्सव मनाते हैं। देव उठनी एकदाशी के दिन क्षीरसागर में भगवान विष्णु लंबी निद्रा के बाद जागे थे और पूर्णिमा के दिन वे देवलोक पहुंचते हैं। जहां उनके आगमन पर सभी देवी-देवताओं ने दीपमाला जलाकर उनका स्वागत किया था। इसलिए कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली भी कहा जाता है। पवित्र नदियों में आज के दिन स्नान करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
शहर के तालाबों में भी दीपदान करने जुटे श्रद्धालु
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर शहर के प्रमुख तालबों में भी पुण्य स्नान व दीपदान करने श्रद्धालु जुटे। ट्विन सिटी दुर्ग-भिलाई में उत्सव सा माहौल दिखा। तड़के 3 बजे से ही लोग शिवनाथ नदी के तट पर दीपदान के लिए रवाना होते दिखे। सूर्योदय के पूर्व पुण्य स्नान व दीपदान को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आया। कुम्हारी में खारूण नदी में भी दीपदान की परंपरा निभाई गई। इसके साथ ही शहर के प्रमुख तालाबों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे। किसी ने दोना तो किसी ने केले के पेड़ की छाल का छोटा सा नाव बनाकर दीपदान किया।
सुरक्षा के लिए पुलिस व एसडीआरएफ की टीमें रहीं तैनात
कार्तिक पूर्णिमा पर शिवनाथ नदी में होने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी तैयारियां की गई। पुलिस प्रशासन के साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी शिवनाथ नदी तट पर तैनात रही। लोगों को स्नान के दौरान सावधानी बरतने की सलाह देते रहे। नदी तट पर होने वाली भीड़ को देखते हुए एक दिन पहले से ही प्रशासन मुस्तैद रहा। गंजपारा चौक से लेकर शिवनाथ नदी तक वाहनों की कतार लगी रही जिसके कारण जाम की स्थिति भी बनी।