बलरामपुर-रामानुजगंज। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में बीईओ कार्यालय का बाबू रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया। बाबू ने यहां के एक शासकीय स्कूल के चपरासी अपने रुके हुए एरियर्स का बिल बनवाना चाह रहा था। इसके लिए बाबू ने रिश्वत मांगी। इस मामले में शिकायत के बाद एसीबी अंबिकापुर की टीम ने बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
मिली जानकारी के अनुसार नितेश रंजन पटेल शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ददिया संकुल-कछिया, वाड्रफनगर जिला बलरामपुर में भृत्य (चपरासी) के पद पर पदस्थ है। उसने एसीबी में शिकायत करते हुए बताया कि वर्ष 2013 से 2017 की अवधि का एरियर्स का भुगतान नही हुआ है। इसके लिए उसने बीईओ कार्यालय वाड्रफनगर में पदस्थ बाबू सहायक ग्रेड-2 गौतम सिंह से संपर्क किया। गौतम सिंह ने बिल तैयार करने के एवज में 20 हजार रुपए की डिमांड की।
भृत्य नितेश ने इतनी रकम देने में असमर्थता जताई तो सौदा 12 हजार रुपए में तय हुआ। हालांकि भृत्य नितेश रिश्वत नहीं देना चाह रहा था इसलिए वह एसीबी दफ्तर अंबिकापुर पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। अंबिकापुर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया और उसके बाद ट्रेप करने का प्लान बनाया। मंगलवार को 12 हजार रुपए देकर भृत्य को भेजा गया। जैसे ही भृत्य ने बाबू गौतम सिंह को लिफाफे में बंद रुपए दिए तो एसीबी की टीम पहुंच गई। एसीबी ने गौतम सिंह बाबू को रंगे हाथ पकड़ा और उसे गिरफ्तार कर धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत् कार्यवाही की जा रही है।