रेलवे स्टेशनों पर प्रतिक्षारत महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे की अभिनव पहल
रायपुर। रेलवे ने महिला यात्रियों के लिए स्टेशनों एवं विशेषतया प्लेटफार्मों पर विशेष सुविधा का प्रावधान किया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने एक अभिनव पहल करते हुए प्लेटफार्म पर प्रतीक्षारत महिला यात्रियों के लिए अक्षिता नाम से एक उपयुक्त स्थान को चिन्हांकित किया है जिसमें ट्रेन की प्रतीक्षा के दौरान महिला यात्रियों के लिए बैठने की सुविधा के साथ अन्य उपयुक्त सुविधा दी है।
देश की धड़कन भारतीय रेलवे प्रतिदिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा तथा संरक्षा के साथ ट्रेन परिचालन रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। करोड़ों यात्रियों में देश की आधी आबादी महिलाएं भी सम्मिलित हैं। रेलवे निरंतर सुविधाओं को आधुनिक तथा उन्नत बनाने के दिशा में अग्रसर है। यात्री केन्द्रित सुविधा का विकास तथा उनसे फीडबैक के आधार पर सुविधाओं को सरल एवं सहज बनाने का प्रयास लगातार जारी है।
महिला यात्रियों को सुरक्षित स्थल उपलब्ध कराने का लक्ष्य
महिला सशक्तिकरण की दिशा एक कदम और आगे बढ़ते हुए अकेली महिला यात्रियों को रेलवे प्लेटफार्म पर प्रतीक्षा के दौरान एक ऐसी जगह उपलब्ध कराना था जहां कि वो अपने आप को सुरक्षित महसूस करे। चिन्हांकित स्थान होने के कारण प्रत्येक रेलकर्मी की नजर इस सेफ बबल पर रहती है जिससे यह स्थान महिलाओं के लिए सुरक्षात्मक दृष्टि से उपयुक्त है । सीसीटीवी कैमरे की नजर में इस स्थान के रहने से रेलवे सुरक्षा बल नियंत्रण कार्यालय लगातार इस पर अपनी नजर रखता है। इसमें पुरुष यात्रियों का प्रवेश वर्जित रहता है जिसके कारण अकेली प्रतीक्षारत महिलाएं सहज भाव से बिना किसी हिचक के आराम के साथ प्लेटफार्म पर अपना प्रतीक्षा समय व्यतीत करती है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इन स्टेशनों में है सुविधा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अपने 9 महत्वपूर्ण स्टेशनों बिलासपुर, रायपुर, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, अनुपपुर, गोंदिया, रायगढ़, दुर्ग एवं भिलाई स्टेशनों के सामान्यतया प्लेटफार्म नंबर 01 पर एक ऐसे जगह को चिन्हांकित किया जो कि प्लेटफार्म के लगभग मध्य स्थित हो, रेलवे सुरक्षा बल के पोस्ट, स्टेशन मास्टर आदि रेल कार्यालय के निकट हो। यहां अनिवार्यतया सीसीटीवी कैमरे लगें हो, पानी आदि की सुविधा निकट हो। इन स्टेशनों पर उपर्युक्त संदर्भित सुविधाओं को देखते हुए ऐसे स्थानों को चिन्हाकित कर उन्हें बैरिकेट कर एक सेफ बबल का निर्माण किया गया। इन स्थानों पर रेलवे सुरक्षा बल की महिला कर्मी लगातार निगरानी करती हैं ।
कांच की दीवार से की जाती है बैरिकेडिंग
यह स्थान कांच की दीवार से बैरिकेड होने के कारण सभी तरफ से दिखता है । केवल महिलाओं की उपस्थिति उनमें पारस्परिक विश्वास पैदा करता है। अकेली महिलाओं के लिए यह स्थान अन्य महिलाओं के बीच तत्काल पहुंच उपलब्ध कराती है। अक्षिता सेफ बबल की सबसे महत्वपूर्ण बातें यह है कि यह सेफ बबल मौजूदा सुविधाओं का उपयोग करके ही बनाया गया केन्द्र बिन्दु है जिसमें कोई अतिरिक्त लागत नही लगी है तथा इसके अनुरक्षण में किसी भी अतिरिक्त लागत की आवश्यकता नहीं है। अक्षिता स्टेशन पर प्रतीक्षारत महिलाओं में आत्मविश्वास का संचार करता है तथा रेल यात्रा के प्रति उनके विश्वास को और मजबूत करता है। कुल मिलाकर यह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की अभिनव, अनूठी एवं सार्थक पहल है।