बीजापुर। छ्त्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरकार की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर दोनों ने आत्मसमर्पण किया। सरेंडर करने वालों में उसूर एरिया कमेटी अन्तर्गत गलगम आरपीसी मिलिशिया सदस्य मंगू नुप्पो और गलगम सीएनएम सदस्य हड़मा नुप्पो शामिल है। बीजापुर एसपी के समक्ष दोनों ने सरेंडर किया। सरेंडर करने के बाद दोनों ने बताया कि वे अपने ही साथियों की प्रताड़ना से तंग थे।
मिली जानकारी के अनुसार गलगम आरपीसी मिलिशिया सदस्य मंगू नुप्पो पिता जोगा नुप्पो (26) निवासी गलगम वेंगुपारा थाना उसूर जिला बीजापुर और गलगम सीएनएम सदस्य हड़मा नुप्पो पिता कोसा नुप्पो (22) निवासी वेंगुपारा थाना उसूर ने माओवादियो की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा और प्रताड़ना से तंग आकर नक्सवाद के रास्ते को छोड़ दिया।
सरेंडर करने वाले माओवादी वर्ष 2019 में उसूर-गलगम मार्ग पर गडढा खोदकर मार्ग अवरूद्ध करने की घटना में शामिल थे। संगठन में कार्यो की उपेक्षा करने और भेदभाव पूर्ण व्यवहार से त्रस्त होकर दोनों ने छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण नीतियों से प्रभावित होकर सरेंडर कर दिया। माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 25000 -25000 रुपये (पच्चीस हजार रूपये) नगद प्रोत्साहन राशि दी गई है।
