भिलाई। दुर्ग जिले की अहिवारा सीट छोड़कर नवागढ़ से टिकट की दावेदारी करने वाले पीएचई मंत्री रूद्रकुमार गुरू का वहां भी विरोध शुरू हो गया है। गुरू का नाम नवागढ़ से चलने के बाद वहां के सैकड़ों लोग राजधानी रायपुर स्थित कांग्रेस भवन पहुंचे और अपना विरोध जाहिर किया। नवागढ़ क्षेत्र में कांग्रेस के गुरूदयाल बंजारे विधायक हैं। कांग्रेस भवन पहुंची भीड़ एक बार फिर से बंजारे को टिकट देने की वकालत करती दिखी। इस दौरान नवागढ़ से रायपुर पहुंचे लोगों ने जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों के विरोध के बाद कांग्रेस में संशय की स्थिति है।
उल्लेखनीय है कि पार्टी ने हाल ही में तय किया था कि किसी भी मंत्री की टिकट नहीं काटी जाएगी। सोमवार चुनाव समिति व पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठकें हुई थी, जिसके बाद सभी 13 मंत्रियों के नाम फायनल कर दिए गए। नामों की जो सूची जारी की गई है, उसमें पीएचई मंत्री रूद्रकुमार गुरू का भी नाम शामिल है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र अहिवारा से टिकट दी जाएगी या नए क्षेत्र नवागढ़ से, लेकिन जिस तरह से नवागढ़ के विधायक गुरूदयाल बंजारे ने लामबंदी की है, उसके बाद रूद्र गुरू के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है। बताया गया है कि फिलहाल पार्टी ने रूद्र गुरू को अहिवारा से ही दावेदार मानते हुए उनका नाम फायनल किया है। इस सीट से रूद्र गुरू की गैरमौजूदगी में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष व महापौर निर्मल कोसरे का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस भवन में विस्तार कमेटी की बैठक दोपहर में चल रही थी। वहीं, कांग्रेस भवन के बाहर कैबिनेट मंत्री गुरु रुद्र कुमार की दावेदारी का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। ये कार्यकर्ता नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र से पहुंचे थे। सभी की मांग है कि स्थानीय विधायक गुरुदयाल बंजारे को प्रत्याशी बनाया जाए। नवागढ़ के लोग प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सैलजा व सीएम भूपेश बघेल से मिलकर ज्ञापन सौंपने की भी जिद करते रहे। उनका कहना था कि रूद्र कुमार गुरू ने नवागढ़ क्षेत्र से दावेदारी कर दी है, जिसके कारण वहां के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। इन कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के दौरान कुछ और विधानसभा के टिकट दावेदार भी अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करने पहुंचे थे। ये लोग भी विधानसभा क्षेत्र के बाहरी लोगों को टिकट नहीं देने की मांग कर रहे थे। जो विधानसभा में सक्रिय हैं, उनको टिकट देने की मांग कर रहे थे। चुनाव समिति की बैठक शाम को होनी थी। रविवार को दोपहर से टिकट के दावेदारों और उनके समर्थकों की भारी भीड़ थी।
