दुर्ग। मानसून में लगातार बारिश होने एवं मोगरा जलाशय के गेट खोलने से शिवनाथ का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे शिवनाथ नदी तट में लगे 24 एमएलडी के इंटकवेल में कचरा आने की बार-बार शिकायतों के कारण घरों में पेयजल सप्लाई में दो दिनों से बाधा आ रही है। निगम क्षेत्र की आधी आबादी का पेयजल कनेक्शन 24 एमएलडी फिल्टर प्लाट से जुड़ा है। लगातार बढ़ रहे जलसंकट को सामान्य बनाने हेतु शहर विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल व जिला कमांडेट सहित एसडीआरएफ की टीम व निगम के जलविभाग से संबंधित अधिकारियों को लेकर नदी तट पहुंचे।
मौके पर जांच के दौरान पता चला कि पुलगांव नाला डायवर्सन का कार्य पूर्ण ना होने से जलकुंभी व कचरा इंटकवेल के पम्पो में लगे पाइपो में फंसने से जल प्रदाय कार्य प्रभावित हो रही है। वोरा ने आयुक्त नगर निगम से चर्चा कर इंटकवेल के लिए 160 लाख के मोटर पम्प व नाला डायवर्सन में लगने वाले ट्रासफार्मर व पम्प में विलंब का कारण जाना और अगस्त तक कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। वही फिल्टर प्लाट में पानी की क्षमता की कमी को दूर करने लगातार सफाई कार्य आवश्यक है साथ ही नदी के गहराई में लगे इंटकवेल में सायफन में फंसे कचरे को निकालकर जलस्तर बढ़ाने के लिए कहा। नदी तट इंटकवेल में जलकार्य प्रभारी संजय कोहले, स्वास्थ्य प्रभारी हमीद खोखर, मनदीप सिंह भाटिया, निर्मला साहू, एल्डरमेन राजेश शर्मा, रत्ना नारमदेव, कार्यपालन अभियंता आर.के पाण्डेय, मोहित मरकाम, नारायण ठाकुर व निगम के गोताखोर उपस्थित थे।