रायपुर Raipur. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को बेरोजगारी भत्ता योजना का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री बघेल ने योजना के तहत 66 हजार 265 पात्र हितग्राहियों को ऑनलाइन राशि ट्रांसफर की। सरकार की इस योजना में बेरोजगारी भत्ता के रूप में 25 सौ रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से युवाओं से चर्चा करते हुए कहा कि बेरोजगारी भत्ते का पढ़ाई में सदुपयोग करें। इस राशि से आप सभी को पढ़ाई में मदद मिलेगी। इस दौरान सीएम बघेल ने यह भी कहा कि जिस दिन आरक्षण बिल पास होगा उस दिन से अखबारों में केवल भर्ती के विज्ञापन होंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 24 मार्च को बजट पारित हुआ और 1 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया। 66 हजार से ज्यादा युवाओं के खातों में राशि अंतरित कर दी गई है। इस दौरान चर्चा में उन्होंने कहा कि आप लोग अपने सपनों को पूरा करेंगे। आप लोग बहुत स्वाभिमानी है। छोटी छोटी राशि आप स्वयं खर्च कर अपनी तैयारी कर पाएं तो आपको राहत मिलेगी। यह शासन की ओर से आपको छोटा सा सहयोग है। आपको इसके लिए केवल ऑनलाइन आवेदन करना है। डीबीटी से आपको राशि जाएगी। एक महीने में हमने 16 करोड़ रुपये की राशि अंतरित कर दी है। पहले इसके पात्रता नियम काफी कठिन थे, अब यह सरल हैं। ढाई लाख रुपये तक के आय वाले इसके पात्र हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वे आज इस राशि का वितरण कर रहे हैं लेकिन लेकिन सच्ची खुशी तब होगी जब सभी को रोजगार मिलेगा। इसके लिए भी 6 महीने की कार्ययोजना बनाई है। युवाओं के प्रशिक्षण के लिए भी पूरी व्यवस्था है। भर्तियों की हमारी तैयारी पूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महीने के भीतर इतना बड़ा काम करना बहुत कठिन था। रिकॉर्ड समय में काम कैसे हो सकता है। यह इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इस मौके पर उन्होंने मंत्री उमेश पटेल, प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।

युवाओं ने रखी अपनी बात
- सरगुजा से वर्चुअल जुड़े हितग्राही हितेश ने बताया कि इस राशि से आगे पढ़ाई में मदद मिलेगी।
- मेघा खांडेकर ने बताया कि मम्मी हाउसवाइफ हैं। मुझे इन पैसों से अपने सपनों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
- रायगढ़ से जुड़ी ईश्वरी साहू ने कहा कि मैं पीजीडीसीए की पढ़ाई कर रही हूं। मम्मी सिलाई करती हैं। पिता प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। वेतन काफी कम है। मुझे आगे की पढ़ाई के लिए काफी राहत मिलेगी।
- कोरिया से कोमल ने बताया कि मैं एमएससी कर रही हूं। आगे शिक्षिका बनना चाहती हूं। कोमल ने बताया कि अपनी पढ़ाई के लिए इस राशि का उपयोग करूंगी।
- दुर्ग से ऐश्वर्या साहू ने बताया कि उसने बीएड किया है। अब आगे की पढ़ाई करूंगी। रोजगार के लिए बहुत से फॉर्म आते हैं उन्हें भरुंगी। ऐश्वर्या ने मुख्यमंत्री को अपना एसएमएस भी दिखाया जिसमें भत्ते की राशि डीबीटी से आई थी।
- प्रियंका पैकरा सरगुजा ने बताया कि मैं इस पैसे से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करूंगी।
- बिलासपुर से आये वैभव ने बताया कि पूरे देश भर में परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरता हूँ। आपने तो व्यापमं और पीएससी के लिए फॉर्म का शुल्क मुफ्त कर दिया है पर शेष राज्यों में यह अब भी है।
- महासमुंद से ऋषभ चंद्राकर ने बताया कि कोचिंग करना है तो फीस देना है। अब हम लोगों की फीस की व्यवस्था हो जाएंगी।
- मितांजली ने बताया कि आपके पैसे से ट्यूशन खोलूंगी और लोगों को मुफ्त में गणित पढ़ाऊंगी।
- रायपुर की संजना तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी अपनी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए घर पर निर्भर रहते हैं। अब इस भत्ते से हम घर वालों पर निर्भर नहीं रहे और पूरे मनोयोग से तैयारी करूंगी और डिप्टी कलेक्टर बनूंगी।
- गजानंद ने बताया कि मेरे मम्मी पापा मजदूर हैं। मैं परीक्षा की तैयारी करना चाहता हूं।
- खैरागढ के एक युवक ने बताया कि अपने गांव में मैं एकलौता बीएड हूँ। अब भत्ता मिलेगा तो शिक्षक भर्ती के लिए तैयारी करूंगा।