भिलाई Bhilai. छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पहली अप्रैल से केसेज में बढ़ोत्तरी का सिलसिला शुरू हुआ जो अब भी जारी है। बीते 24 घंटों में छत्तीसगढ़ में 93 नए पॉजिटिव केस सामने आए है। इसके साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या 500 के पार पहुंच गई है। बढ़ते मरीजों को देखते हुए सोमवार को प्रदेश के जिला अस्पतालों में मॉकड्रिल किया गया जिसमें कोरोना की तैयारियों को परखा गया है।
इधर बीते 24 घंटों के आंकड़ों को देखें तो राजनांदगांव जिले में कोरोना ब्लास्ट हुआ है। राजनांदगांव में 24 पॉजिटिव केस एक दिन में मिले हैं। वहीं दुर्ग व धमतरी में 11-11 पॉजिटिव सामने आए हैं। रायगढ़, जांजगीर-चांपा एवं कोंडागांव से 01-01, बलौदाबाजार एवं कोरबा से 02-02, बलरामपुर से 03, सरगुजा एवं गौरेला – पेंड्रा – मरवाही से 06-06, कांकेर से 07, बिलासपुर से 08 तथा महासमुंद से 10 केस सामने आए। सोमवार को प्रदेश 6 जिलों गरियाबंद, मुंगेली, सुरजपुर, सुकमा, नारायणपुर एवं बीजापुर में कोरोना के सक्रिय मरीज नहीं है।

दुर्ग जिला अस्पताल सहित कई स्वास्थ्य केन्द्रों में हुआ मॉकड्रिल
केन्द्र एवं राज्य शासन के आदेशानुसार सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में कोविड-19 की भयावह को देखते हुये इसके बचाव उपचार उपकरण की रख-रखाव, बिस्तरों की स्थिति, दवाइयों की उपलब्धता, ऑक्सीजन प्लांटों की बुकिंग स्थिति, वाहनों में कार्यरत कर्मचारियों की सेवाओं, डॉक्टरों, विशेषज्ञों, अधिकारियों व कर्मचारियों की सजगता एवं जागरूकता की मापदंड को परखने के लिए मॉक ड्रील हुआ। जिला चिकित्सालय दुर्ग, लाल बहादुर शासकीय चिकित्सालय सुपेला और जम्बो कोविड सेंटर सेक्टर-1 भिलाई में जिसमें मॉकड्रील किया गया। दुर्ग जिला के अन्य सभी स्वास्थ्य संस्थाओं जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र-धमधा, पाटन, झीट एवं कुम्हारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरत सभी प्रभारियों द्वारा मॉक ड्रील कराया गया।

सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा मॉकड्रील का कार्य कर यह सुनिश्चित किया गया कि आपातकालीन स्थिति से कैसे निपटा जाए। इसकी सम्पूर्ण पूर्णावृत्ति डॉक्टरों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किया गया। इस कार्य में सभी एम्बूलेंस के ड्राइवर एवं उसमें सेवा देने वाले सभी कर्मचारियों को भी मॉक ड्रील के माध्यम से पी.पी. कीट पहन कर सम्पूर्ण विधियों के बारे में बताया गया। साथ ही सभी सफाई कर्मचारियों को भी विशेष रूप से संस्थाओं के अपशिष्ट प्रबंधन किए जाने की जानकारी मॉक ड्रील के माध्यम से दिया गया।