दुर्ग। कलेक्टर कार्यालय दुर्ग में सोमवार को एक शख्स अजीबो गरीब शिकायत लेकर पहुंच गया। दरअसल शख्स को अपने पड़ोसी के कुत्तों से काफी परेशानी है और उसके खिलाफ कार्रवाई चाहता है। इसके लिए शख्स ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लिखित आवेदन दिया। शख्स ने कहा कि पड़ोसी द्वारा पाले गये कुत्तों की वजह से अशांति फैल गई है। इसलिए उचित कार्रवाई की जाए।
शख्स ने बताया कि पिछली बार जनदर्शन में भी इसे लेकर आवेदन दिया था इसके बाद निगम दुर्ग के अमले ने पड़ोसी को नोटिस जारी की थी और समझाइश भी दी थी। इसके बाद अभी तक स्थिति सुधरी नहीं है। यह शिकायत पोटिया से आए शख्स ने की। शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने अफसरों से उचित कार्रवाई करने कहा। सोमवार को कलेक्टर जनदर्शन में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे।

पोटिया से आए एक अन्य एक नागरिक ने कहा कि कचरा मैदान में कभी कभी कचरा जला दिया जाता है जिसकी वजह से धुंआ काफी उठता है। जरवाय के ग्रामीणों ने भी प्रदूषण की रोकथाम संबंधी आवेदन दिये। कलेक्टर ने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिये। जनदर्शन में राजस्व संबंधी सबसे अधिक प्रकरण आये, कलेक्टर ने इन पर अविलंब कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दिये।

सेवा फंड के राशि की जानकारी नहीं मिलती
जनदर्शन में भिलाई इंजीनियरिंग कार्पोरेशन के कुछ कर्मचारी आये। उन्होंने कहा कि सेवा फंड में वे हर महीने 50 रुपए की राशि का अंशदान करते हैं। इसके माध्यम से वे भविष्य के लिए राशि जुटा रहे हैं। इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में पूछने पर प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा टालमटोल किया जाता है।
सर्वर डाउन रहने से राशन नहीं मिल पा रहा
झुनिया बाई ने कहा कि वे जब पीडीएस शाप गईं तो सर्वर डाउन था इस वजह से राशन नहीं मिल पाया। बुजुर्ग लोगों को बार-बार पीडीएस शाप जाने में दिक्कत होती है। दीपक नगर की एक महिला ने निराश्रित पेंशन नहीं मिलने की बात कही। कलेक्टर ने निगम अधिकारियों को मामले का परीक्षण कर अविलंब पेंशन दिलाने के निर्देश दिये।
घर पर कब्जा करने महिला ने दिया आवेदन
जनदर्शन में एक महिला ने बताया कि उनके पति ने घर के लिए बैंक से कर्ज लिया था जिसे वे पटा नहीं पाये। अब घर में बेटा काबिज है। कुर्की की कार्रवाई तभी हो पाएगी जब बेटा मकान खाली करेगा। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई का आग्रह महिला ने किया। महिला ने बताया कि वो कर्ज का बोझ लेकर नहीं जीना चाहती। कर्ज से मुक्त होना चाहती है अतएव बैंक को कुर्की की कार्रवाई में आसानी हो, इसलिए प्रशासन मकान खाली करने की कार्रवाई करें।