प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जनवरी को परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में देशभर के स्कूली बच्चों से करेंगे बात
छत्तीसगढ़ के दस स्कूलों के बच्चे भी हो रहे शामिल, इन स्कूलों में हुए कई ज्ञानवर्धक आयोजन
रायपुर. (PIB). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जनवरी 2023 को परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के छठवें संस्करण में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत करेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री छात्रों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास करते हैं और बच्चों को स्ट्रेस फ्री रहने का मंत्र देते हैं। प्रधानमंत्री इस दौरान बच्चों से ऐसे कई मुद्दों पर भी बात करते हैं जिससे बच्चों के मन में आत्मविश्वास पैदा हो ताकि वे हर परिस्थिति से निपटने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें। प्रधानमंत्री ने कई बार चर्चा के दौरान यह कहा है कि परीक्षाओं को एक त्योहार की तरह मनाना चाहिए। प्रधानमंत्री के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से न सिर्फ बच्चों बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों को भी काफी प्रेरणा मिल रही है। प्रधानमंत्री की बातों का अनुसरण कर कई बच्चे परीक्षा को त्यौहार की तरह ले रहे हैं और बिना स्ट्रेस परीक्षा देने के कारण उन्हें बेहतर रिजल्ट भी मिल रहा है। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच की दूरी काफी कम कर दी है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का मुख्य आयोजन नईदिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा जबकि देश के अन्य प्रदेशों के स्कूली बच्चे वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे।
दरअसल बोर्ड परीक्षाएं फरवरी और मार्च से शुरू होने वाली है। ऐसे में परीक्षा को लेकर स्ट्रेस होना लाजमी है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में इस बार छत्तीसगढ़ के दस अलग-अलग स्कूलों बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। जिसमें रेलवे स्कूल बिलासपुर, एलान्स पब्लिक स्कूल बेमेतरा, कृष्णा पब्लिक स्कूल डूंडा, दिल्ली पब्लिक स्कूल जांजगीर चांपा, डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल कोटा बिलासपुर, जैन विद्यापीठ कुम्हारी दुर्ग, कल्यानिका पब्लिक स्कूल पेंड्रा रोड, केन्द्रीय विद्यालय दुर्ग, ज्ञान गंगा एजुकेशनल एकादमी नरदहा, केएच मेमोरियल स्कूल भिलाई दुर्ग के बच्चे शामिल हैं।
दिल्ली पब्लिक स्कूल मड़वा प्लांट घोटिया की प्राचार्य कल्पना सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री जी ने इस कार्यक्रम माध्यम से समस्त विश्व को चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया है। इसके माध्यम से पैरेंट्स, बच्चों और टीचर के बीच का कम्यूनिकेशन गैप दूर हो रहा है। बच्चे, पालक के सामने और पालक अपने बच्चों के सामने अपनी बात आसानी से रख सकते हैं। इससे परीक्षा का तनाव दूर हो रहा है और वे एक-दूसरे को भलीभांति समझ रहे हैं।
ज्ञानगंगा स्कूल की प्राचार्य प्रतिमा राजगोर का मानना है कि बच्चों को परीक्षा के लिए मानसिक रुप से तैयार करने के लिए यह एक बेहतर प्लेटफार्म है। यह कार्यक्रम बच्चों में परीक्षा से पहले तनाव दूर करने मे काफी मददगार साबित हो रहा है। हमारे स्कूल के कक्षा नौंवी से बारहवीं तक के लगभग सभी बच्चे इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

कृष्णा पब्लिक स्कूल डूंडा की प्राचार्य प्रियंका त्रिपाठी ने बताया कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के लगभग आठ सौ बच्चे शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है। बच्चों और पैरेंट्स को इसे लेकर बिल्कुल भी तनाव नहीं लेना चाहिए। तनाव किसी भी चीज का सॉल्युशन नहीं है क्योंकि इससे काम बनता नहीं, बिगड़ता है। इसलिए परीक्षा को अच्छे से हैंडल करना चाहिए। प्रधानमंत्री जी का यह कार्यक्रम बच्चों को इसी तनाव से दूर रहने की सीख देता है।
इसी तरह केएच मेमोरियल स्कूल भिलाई की प्राचार्य विभा झा ने बताया कि परीक्षा के लिए बच्चों के साथ शिक्षकों और अभिभावकों को भी जागरूक होना चाहिए। प्रधानमंत्री जी का यह कार्यक्रम बच्चों और पैरेंट्स के साथ-साथ शिक्षकों को काफी मोटिवेट करता है। इस कार्यक्रम से बच्चों और उनके अभिभावकों का डर दूर हुआ है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बच्चों के परीक्षा परिणाम भी बेहतर आ रहे हैं।
इसी कड़ी में चिटौद प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ईश्वरी कुमार सिन्हा ने बताया कि इस कार्यक्रम से बच्चों में एक सकारात्मकता आई है, और बच्चे परीक्षा को त्यौहार की तरह ले रहे हैं।
अंबिकापुर की अदिति सिंह 2020 में आयोजित परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में शामिल हो चुकीं हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जी का वक्तव्य सुनने से उन्हें परीक्षा में काफी मदद मिली और परीक्षा का डर दूर हो गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की बातें न सिर्फ परीक्षा में बल्कि जीवन से जुड़ी अन्य चीजों में भी काफी मददगार साबित हुए हैं।
38.80 लाख प्रतिभागियों ने कराया पंजीकरण
परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए, राज्य बोर्डों, सीबीएसई, केवीएस, एनवीएस और अन्य बोर्डों से बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। वर्ष 2022 की तुलना में इस साल दोगुना पंजीयन हुआ है। इस साल लगभग 38.80 लाख प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया है, जबकि परीक्षा पे चर्चा 2022 में लगभग 15.7 लाख प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया था। इसके अलावा 150 से अधिक देशों के छात्रों, 51 देशों के शिक्षकों और 50 देशों के अभिभावकों ने भी परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए अपना पंजीयन कराया है।
ऑनलाइन प्रतियोगिता से चुने गए प्रतिभागी
परीक्षा पे चर्चा 2023 में भाग लेने के लिए कक्षा 9 से 12 वहीं तक के स्कूली छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए 25 नवंबर और 30 दिसंबर 2022 के बीच ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिसमें छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए विभिन्न विषयों पर थीम निर्धारित की गई थी। माई गवर्नमेंट पर रचनात्मक लेखन प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2050 प्रतिभागियों को एक विशेष परीक्षा पे चर्चा किट प्रदान की जाती है, जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा लिखी गई हिंदी और अंग्रेजी में परीक्षा योद्धाओं की पुस्तक और एक प्रमाणपत्र भी शामिल होता है।
वर्ष 2018 में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत हुई
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत साल 2018 में हुई थी। तब से इसका आयोजन लगातार होता आ रहा है। परीक्षा पे चर्चा को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमारे यहां परीक्षा के लिए एक शब्द है ‘कसौटीÓ जिसमें खुद को हमेशा कसना है। हमारी जिंदगी बहुत लंबी और इस जिंदगी में बहुत पड़ाव भी है और उसी कड़ी में परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव है।
छत्तीसगढ़ के दस स्कूलों के हजारों बच्चे होंगे शामिल
बोर्ड परीक्षाएं फरवरी और मार्च से शुरू होने वाली है। ऐसे में परीक्षा को लेकर स्ट्रेस होना लाजमी है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में इस बार छत्तीसगढ़ के दस अलग-अलग स्कूलों बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। जिसमें रेलवे स्कूल बिलासपुर, एलान्स पब्लिक स्कूल बेमेतरा, कृष्णा पब्लिक स्कूल डूंडा, दिल्ली पब्लिक स्कूल जांजगीर चांपा, डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल कोटा बिलासपुर, जैन विद्यापीठ कुम्हारी दुर्ग, कल्यानिका पब्लिक स्कूल पेंड्रा रोड, केन्द्रीय विद्यालय दुर्ग, ज्ञान गंगा एजुकेशनल एकादमी नरदहा, केएच मेमोरियल स्कूल भिलाई दुर्ग के बच्चे शामिल हैं।
कौशल स्वर्णबेर, वरिष्ठ पत्रकार(रायपुर)




