राजिम। गरियाबंद जिले के वन परिक्षेत्र पाण्डुका में छत्तीसगढ़ राज्य कैम्पा योजनांतर्गत वन मितान प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर जागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू उपस्थित थी। विशेष अतिथि रजनी सतीश चौरे जनपद पंचायत सदस्य सभापति वन स्थायी समिति छुरा, बुलाकी साहू उप सरपंच पोंड़, मेवाराम साहू अध्यक्ष संयुक्त वन प्रबंधन समिति कुकदा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में पाण्डुका और सरकड़ा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में वन परिक्षेत्र अधिकारी तरुण तिवारी ने कार्यक्रम की भूमिका और उद्देश्य से अवगत कराया और अतिथियों का पौधा भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि लक्ष्मी साहू ने छात्र-छात्राओं को वन मितान के रूप में परिभाषित करते हुए फलदार पौधों के रोपण के लिए बच्चों को प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने गांव के तालाबों एवं आसपास बहने वाले नालों और नदियों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रेरित किया।

विशेष अतिथि रजनी चौरे ने वनों के दैनिक जीवन में महत्व, वन संरक्षण एवं वनों पर निर्भरता, लघु वनोपज से ग्रामीणों को अर्थिक लाभ एवं जीवन स्तर में सुधार आदि विषयों पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को वन संरक्षण एवं वृक्षारोपण की शपथ दिलाई।

इस दौरान विद्यार्थियों को वन भ्रमण के लिए ऑक्सीवन वृक्षारोपण ले जाया गया। जहां विभिन्न प्रजाति के पेड़ पौधों जिसमें नीम, जामुन, बेर, हर्रा, बहेड़ा, आंवला, पीपल, बरगद, मीठी तुलसी, शतावर, बज़दंती आदि के औषधीय गुणों के बारे में बताया गया। भारत में पाए जाने वाले सर्प की प्रजातियों, खाद्य श्रृंखला, जल चक्र, मृदा जल संरक्षण, जंगली हाथियों या वन्यप्राणियों से बचाव के उपाय, उनके रहवास एवं सुरक्षा के विषय में विस्तार से बताया गया।