भिलाई। दुर्ग पुलिस को एसबीआई के सहयोग से ई-चालान डिवाइस मिला है। इस डिवाइस की मदद से दुर्ग पुलिस अब चालानी कार्रवाई भी डिजिटल तरीके से करेगी। खासबात यह है कि इस डिवाइस के इस्तेमाल से ट्रैफिक नियम तोड़ने वाला शख्स कैस नहीं होने का बहाना नहीं कर पाएगा। मल्टिपल पेमेंट ऑप्शन के साथ इस डिवाइस को दिया गया है। गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर-6 में इस डिवाइस का डेमो किया गया। वहीं इस मौके पर यातायात विभाग को 29 व दुर्ग जिले के हाइवे किनारे स्थित थानों को 6 डिवाइस दिए गए हैं।
ई-चालन डिवाइस की खासियतों में सबसे पहला तो यह है कि इसमें मल्टिपल पेमेंट ऑप्शन दिए गए हैं। इस डिवाइस की मदद कार्ड स्वैपिंग के साथ ही क्यू-आर कोड की भी सुविधा दी गई है। डिवाइस को ऐसे डिजायन किया गया है जिसमें वाहन का नंबर डालते ही उसके मालिक की सारी जानकारी आ जाएगी। इसकी मदद से लिया जाने वाला चालान बैंक की मदद से सीधे ट्रेजरी में चला जाएगा।
यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि दुर्ग पुलिस लगातार अपग्रेड हो रही है। इसी कड़ी में ई-चालान डिवाइस के बेहतर माध्यम साबित होगा। इस डिवाइस से एनआईसी, ट्रेजरी, एसबीआई, आरटीओ, ट्रैफिक व न्यायालय को लिंक किया गया है। किसी भी तरह का चालान इस डिवाइस की मदद से ऑनलाइन पटाया जा सकता है। इस डिवाइस की मदद से यातायात विभाग की कार्रवाई व चालान काटने में पारदर्शिता भी आएगी।

रायपुर के बाद दुर्ग पुलिस को मिला डिवाइस
ई-चालान डिवाइस इससे पहले राजधानी रायपुर पुलिस को दी गई है। रायपुर के बाद दुर्ग पुलिस को अब यह डिवायस दिया गया है। गुरुवार को 35 डिवाइस पुलिस विभाग को दिए गए। इनमे से 29 ट्रैफिक पुलिस को दिया गया। इसके अलावा थाना कोतवाली, सुपेला, छावनी, खुर्सीपार, पुरानी भिलाई व कुम्हारी पुलिस को यह डिवाइस दिया गया है। भविष्य में जरूरत के आधार पर डिवाइस की संख्या बढ़ाने की बात भी कही गई है।




